सबरीमाला मंदिर में रजस्वला उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश करने के बाद पिछले दो दिनों में दक्षिणपंथी समूहों के हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में अभी तक 266 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि 334 लोगों के एक समूह को एहतियातन हिरासत में लिया गया. उन्होंने बताया कि हिंदू संगठनों की हड़ताल के कारण राज्य में हुई व्यापक हिंसा के बाद पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान ‘ऑपरेशन ब्रोकन विंडो’ चलाया.
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि विशेष शाखा हिंसा में शामिल लोगों की सूची तैयार करेगी और उसे आगे की कार्रवाई के लिए जिला पुलिस प्रमुखों को सौंपेगी. विज्ञप्ति में बताया गया है कि हिंसा के दोषियों की एक फोटो एलबम भी तैयार की जाएगी. हिंसा में शामिल आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष दल भी गठित किए जाएंगे.
इसमें कहा गया है कि संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त किए जाएंगे और उन्हें डिजिटल जांच के लिए भेजा जाएगा. उनके घरों पर हथियारों का पता लगाने के लिए छापे भी मारे जाएंगे.
विज्ञप्ति के अनुसार सोशल मीडिया पर कथित घृणा अभियान में शामिल लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए जाएंगे. राज्य में उस दिन से उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं जब दो महिलाएं बिंदू और कनकदुर्गा ने बुधवार को तड़के सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन किए.
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विभिन्न हिंदुत्व समर्थक समूहों के एक संगठन सबरीमाला कर्म समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद द्वारा बुलाई हड़ताल बृहस्पतिवार को हिंसक प्रदर्शन में बदल गई।
Source : PTI