सबरीमाला (Sabarimala) मामले में दायर की गई पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 13 जनवरी को होगी. सुप्रीम कोर्ट के सात जजों की संवैधानिक बेंच इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की नेतृत्व वाली पीठ ने सबरीमाला पर दाखिल पुनर्विचार याचिकों की सुनवाई सात जजों की बेंच को रेफर कर दी थी. दिसंबर 2019 में सात न्यायाधीशों की एक बड़ी बेंच गठित की गई थी.
बता दें कि सबरीमाला मंदिर केरल में है, जहां महिलाओं के प्रवेश पर मनाही थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मंदिर में जाने के लिए सभी उम्र की महिलाओं को अधिकार दे दिया था. 28 सितंबर 2018 सभी महिलाओं को मंदिर में जाने की इजाजत सुप्रीम कोर्ट ने दी थी. जिसके बाद इस फैसले की समीक्षा के लिए 60 याचिकाएं दायर की गईं थीं.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लिंग के आधार पर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को रोकना एक भेदभाव वाली प्रथा है, जिससे महिलाओं के मौलिक अधिकार का हनन होता है.
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मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा था कि सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को जाने की इजाजत वाला आदेश दिया गया है, लेकिन यह भी सच है कि मामले को बड़ी पीठ को रेफर किया गया है. हम किसी भी तरह की हिंसा को नहीं चाहते हैं.'
Source : News Nation Bureau