सबरीमाला में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को भगवान अयप्पा मंदिर की ओर जा रही आंध्र प्रदेश की दो महिलाओं को रोका, क्योंकि वे प्रतिबंधित आयुसीमा से ताल्लुक रखती थीं, जिसके बाद केरल पुलिस को तीनों लोगों को गिरफ्तार करना पड़ा. तीनों प्रदर्शनकारी रान्नी के समीप इलाके के रहने वाले हैं और उन्होंने दो विभिन्न समूहों की दो महिला श्रद्धालुओं को रोका था. इन महिलाओं को जब रोका गया तो यह पहले ही पहाड़ी पर पहुंच चुकी थीं.
एक श्रद्धालु 28 साल की थी तो दूसरी 42 साल की. अदालत द्वारा सबरीमाला में महिलाओं को प्रवेश करने की इजाजत दिए जाने के बाद अभी तक 14 महिलाओं को मंदिर में बिना प्रार्थना किए लौटना पड़ा है. पुलिस ने हालांकि कहा कि उन्हें इन श्रद्धालुओं द्वारा पहाड़ी की चोटी पर चढ़ाई के बारे में सूचित नहीं किया गया था, अन्यथा उन्हें जरूरी सुरक्षा मुहैया कराई गई होती.
मंदिर कस्बे में तैनात पुलिस को आंध्र की इन दो श्रद्धालुओं के बारे में प्रदर्शन शुरू होने के बाद पता चला. पुलिस दोनों महिलाओं को वापस पांबा आधार शिविर ले गई और कड़ा विरोध जताने वाले तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया.
सबरीमाला मामले पर शीर्ष अदालत का फैसला सितंबर में आया था. उसके बाद से पुरानी प्रथा कायम रखने के पक्षधर हिंदूवादी संगठन व कुछ अन्य राजनीतिक दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
Source : IANS