केरल विधानसभा में सबरीमाला मुद्दे को लेकर लगातार तीसरे दिन भी हंगामा जारी रहा, जिसके चलते शुक्रवार को कार्यवाही शुरू होने के महज 20 के अंदर स्पीकर को मजबूरन सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. जैसे ही स्पीकर पी. श्रीरामकृष्णन आसीन हुए, विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला ने मांग की कि या तो प्रश्नकाल को स्थगित कर दिया जाए या फिर सबरीमाला में निषेधाज्ञा को खत्म करने व इसे उचित सुविधाएं नहीं मिलने पर शून्यकाल के दौरान चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने की अनुमति दी जाए.
चेन्नीथला ने कहा, 'कल राज्य मंत्री देवासम कदकंपल्ली सुरेंद्रन ने मीडिया से कहा कि हम (विपक्षी) भाग गए हैं.' उन्होंने कहा, 'हम यहां बहुत अधिक हैं, लेकिन आप हमें अपना मामला पेश करने का समय नहीं देते हैं. हम मांग करते हैं कि हमें आज समय दिया जाए.' उन्होंने स्पीकर पर विपक्ष के प्रति पूर्वाग्रह रखने का आरोप लगाया.
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श्रीरामकृष्णन ने तब विपक्ष को बताया कि यह विधायिका के सभी स्वीकृत मानदंडों की उपेक्षा है और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है. स्पीकर ने कहा, 'इस मुद्दे पर आठ घंटे से अधिक समय तक चर्चा की जा चुकी है और कोई नई प्रगति नहीं हुई. हम आपको इस मुद्दे को सबमिशन के रूप में उठाने की अनुमति देंगे.' इससे नाराज विपक्षी नेता स्पीकर के आसन के पास पहुंचकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे. जिसके चलते मजबूरन श्रीरामकृष्णन को सोमवार तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
Source : IANS