बागपत के शिवंदिर में जय श्री राम के नारे और हर हर महादेव के जयकारे लगाते ये लोग मुस्लिम परिवार से है. वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाने के साथ एक ही परिवार के 13 लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया. सभी ने हिंदू धर्म अपना लिया. वैसे तो इन लोगों ने कागजों में सोमवार को ही धर्म परिवर्तन कर लिया था. लेकिन रीति रिवाज और बिना हवन पूजन के ये धर्म परिवर्तन शायद अधूरा था. यहीं वजह है कि शिव मंदिर में हवन के साथ पूजा पाठ किया गया. धर्म परिवर्तन करने वाला ये परिवार हत्या के केस में इंसाफ नहीं मिलने से नाराज था.
धर्म परिवर्तन के बाद प्रदेश के फिजाओं में यह भी सवाल तैरने लगा है कि कि क्या धर्म परिवर्तन से इंसाफ मिलेगा? ऐसे में पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठने लगे हैं. इस मुद्दे पर आर रात चर्चा होगी न्यूज स्टेट यूपी/उत्तराखंड चैनल पर.
दरअसल 27 जुलाई को अख्तर अली के बेटे गुलहसन का शव फांसी के फंदे से लटका मिला था. परिवार हत्याओं की गिरफ्तारी चाहता था. लेकिन आरोप है कि पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या के रुप में दर्ज किया.
बार बार थाने का चक्कर काटने के बाद भी इंसाफ नही मिला. मुस्लिम समाज की भी पंचायत हुई, लेकिन वहां भी इन्हें निराशा ही हाथ लगी. जिससे आहत होकर एसडीएम बड़ौत को धर्म परिवर्तन का एफिडेविट दिया और फिर धर्म परिवर्तन कर लिया.
युवा हिंदू वाहिनी ने इसे घर वापसी बताया. इधर इस पूरे मुद्दे को लेकर सियासत भी शुरू हो गई. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस. बीजेपी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है.
Source : News Nation Bureau