दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक बनारस की पहचान भारत की सांस्कृतिक राजधानी से की जाती है. सदियों से यह शहर हिंदुओं के धर्म और आस्था का केंद्र रहा है. शहर के रूप में बनारस की पहचान तंग गलियों और मंदिरों के शहर से होती है. धार्मिक कारणों से ही बनारस को 'मिनी इंडिया' कहा जाता है. देश के कोने-कोने से पूर्व से लेकर पश्चिम तो उत्तर से लेकर दक्षिण तक के लोग यहां निवास करते हैं. बनारस में बंगाल, महाराष्ट्र और दक्षिण के सभी राज्यों के लोगों का बनारस में मोहल्ला है. ऐसी मान्यता है कि बनारस भगवान शिव की नगरी है. बनारस को वाराणसी और काशी के नाम से भी जाना जाता है. न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के विशेष कार्यक्रम 'बनारस देखत हौ' में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद मनोज तिवारी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि अगर मेरी पार्टी गलती करेगी तो सबसे पहले मैं बोलूंगा.
बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि हमें वो बचपन भी याद है, जब हम साइकिल से बनारस ही चले जाते थे. हाईस्कूल के बाद हम पढ़ाई के लिए बनारस आ गए थे. हमने तो बनारस में पूरी गीत ही बना दी है. शहर बनारस तो हम लेकर चलते हैं. काशी सिर्फ एक शहर नहीं है, काशी एक सभ्यता और संस्कृति है. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि काशी में अद्भुत विकास हुआ है. हम अभाव में भी काशी देखे और प्रभाव में भी काशी देखे हैं. सदियों बीत गई, लेकिन आज भी गंगा के भाव को नहीं भूले हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर उत्तर प्रदेश ने बेस्ट किया है. विपक्ष आज जनता से नाराज है. विपक्ष जनता से गुस्सा है, क्योंकि जनता बार-बार मोदी को चुन रही है. ये लोग खुद चुपके से वैक्सीन लगवा लिए, लेकिन लोगों में भ्रम फैलाया. मनोज तिवारी ने आगे कहा कि विपक्ष ने संसद नहीं चलने दिया है. पंचायत चुनाव में लोगों ने बीजेपी को भरपूर समर्थन दिया है. जिनको वैक्सीन पर आपत्ति है, क्या वो एटीएस पर चुप रहेगा.
मनोज तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दोबारा बीजेपी का आना तय है. पिछले पांच साल में हुए परिवर्तन से हम मान चल रहे हैं कि यूपी में बीजेपी का कोई विकल्प ही नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना से जो समस्या हुई है वो सबके सामने है. कोरोना एक वैश्विक समस्या थी. उसके बावजूद उत्तर प्रदेश ने भी कोरोना लड़ा है. हमें वो दिन याद है, जब दिल्ली में एक व्यक्ति को आक्सीजन की जरूरत पड़ी तो मैंने फोन किया तो जवाब मिला कि आक्सीजन के अलावा कुछ कहो.
उन्होंने कहा कि अब हर जिले में एटीएस काम करेगा. हम तो खुशी देना चाहते हैं, सबका साथ, सबका विकास. अखिलेश यादव मुस्लिम वोट तो चाहते हैं, लेकिन अब्बाजान से उन्हें आपत्ति है. बीजेपी का फोकस सिर्फ विकास पर है. सबका साथ, सबका विकास के साथ सबका प्रयास जोड़ दिया है. बाह्मण क्यों नाराज हो गया. बाह्मण को तो आरक्षण मिल गया है. यहां वर्ण के नाम पर लोग जाने जाते थे. आज शुद्र का गलत परिभाषा बना दिया गया है. हम तो उस काल के शुद्र ही तो हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि योगी सरकार भ्रय मुक्त उत्तर प्रदेश दे रही है. अभी हमें टॉप जाना है. जबतक हम हर हाथ को काम नहीं दे देंगे, तबतक बीजेपी चुप नहीं बैठेगी. मनोज तिवारी ने कहा कि मैं गीतों को सोच समझ कर लिखता हूं, मेरे चार गाने कानून बन गए हैं. बनारस शहर कार्यक्रम में मनोज तिवारी ने गाना भी गाया.
उन्होंने आगे कहा कि पॉक्सो कानून लेकर आए. अगर मेरी पार्टी कोई गलती करेगा तो सबसे पहले मैं ही बोलूंगा. बंगाल में जीत के बाद लोगों को मार रहे हैं. अपनी पार्टी को बढ़ाओ, लेकिन जनता पर ध्यान जरूर दो. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान भाई-बहन से हम लगातार बात कर रहे हैं. कहते थे कि एमएसपी खत्म हो जाएगा, लेकिन अब तो एमएसपी तो बढ़ गया है. किसान का कोई नुकसान नहीं कर रहे हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने कम हो खेत के भाव को समझ लिया है तो इसमें क्या दिक्कत है. मैं भी किसान हूं. मेरी मां 82 साल उम्र में खेती कर रही है. किसान पीएम मोदी से सबसे ज्यादा हितेशी है. केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं का सभी को फायदा मिल रहा है. अब विपक्ष लोगों को भ्रमित नहीं कर सकता है. हम छिपाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम राहुल गांधी जैसे नहीं है कि कुर्सी तो हमरा बाबू के बा, वो कैसे बैठ गईल बा.
Source : News Nation Bureau