सज्जन जिंदल-नवाज शरीफ की मुलाकात को पाकिस्तानी मीडिया बता रही है 'गुप्त मीटिंग'

बुधवार को पाकिस्तान के PM और भारतीय स्टील कारोबारी सज्जन जिंदल के बीच हुई मुलाकात को पाकिस्तानी मीडिया 'गुप्त मीटिंग' बता रहा है।

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vineet kumar1
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सज्जन जिंदल-नवाज शरीफ की मुलाकात को पाकिस्तानी मीडिया बता रही है 'गुप्त मीटिंग'
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बुधवार को पाकिस्तान के PM और भारतीय स्टील कारोबारी सज्जन जिंदल के बीच हुई मुलाकात को पाकिस्तानी मीडिया 'गुप्त मीटिंग' बता रहा है। मीडिया की ओर से कहा जा रहा है कि नवाज ने इस मुलाकात को गुप्त रखने की कोशिश की। साथ ही, पाकिस्तानी मीडिया सज्जन पर पाकिस्तान वीजा नियमों का उल्लंघन करने का भी आरोप लगा रही है।

उधर, नवाज शरीफ की बेटी मरियम शरीफ ने कहा है कि सज्जन जिंदल के साथ उनके पिता की मुलाकात गुप्त नहीं थी। मरियम ने एक ट्वीट में लिखा कि जिंदल और शरीफ की दोस्ती काफी पुरानी है और बुधवार को हुई उनकी मुलाकात भी दोस्ताना ही थी।

मरियम ने अपील की है कि इस मुलाकात को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं पेश किया जाना चाहिए। सज्जन किस संबंध में नवाज से मिले, इसका खुलासा मरियम ने भी नहीं किया।

पाकिस्तान के अलग-अलग अखबार और मीडिया चैनल्स इसे लेकर अलग-अलग संभावनाएं जता रहे हैं। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने आशंका जताई है कि यह शंघाई में होने जा रहे SCO सम्मेलन में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात तय करने के सिलसिले में ही सज्जन नवाज से मिले। मालूम हो कि SCO सम्मेलन इसी साल जून में आयोजित होने जा रहा है।

उधर पाकिस्तान के समा टीवी ने दावा किया है कि उसके पास सज्जन जिंदल के यात्रा संबंधी कागजात हैं। चैनल ने आरोप लगाया है कि सज्जन को वीजा नियमों में छूट दी गई और उन्हें लाहौर में पुलिस को रिपोर्ट नहीं करना पड़ा। इतना ही नहीं, चैनल ने यह आरोप भी लगाया है कि PM नवाज शरीफ से मुलाकात के सिलसिले में भी उन्हें छूट दी गई। मालूम हो कि सज्जन ने मुरी स्थित नवाज के घर पर उनसे मुलाकात की थी।

इससे पहले दिसंबर 2015 में जब मोदी और शरीफ की मुलाकात हुई थी, उस समय भी इसके पीछे जिंदल का नाम उभर कर आया था। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया था कि शरीफ और मोदी की इस मुलाकात के पीछे जिंदल की ही भूमिका थी। दोनों तरफ की सरकारों ने हालांकि इससे इनकार किया था।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा, 'सज्जन जिंदल पाकिस्तान में प्रवेश के बाद सीधे नवाज से मिलने मुरी चले गए, जबकि उनके वीजा में यह नहीं लिखा गया था कि उन्हें वहां जाने की इजाजत है। जिंदल के वीजा का नंबर 769903 था और यह 25 अप्रैल को जारी किया गया था। इसमें उन्हें केवल लाहौर और इस्लामाबाद जाने की ही अनुमति दी गई थी।'

अखबार ने लिखा, 'सज्जन जिंदल नवाज और मोदी, दोनों के ही दोस्त हैं। माना जा रहा है कि पिछले तीन साल में मोदी और नवाज के बीच की मुलाकात तय करने में जिंदल ने अहम भूमिका निभाई है।'

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।

Source : News Nation Bureau

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