समाजवादी पार्टी नेता आजम आजम खान के इस्तीफे के बाद खाली रामपुर लोकसभा सीट से आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं. दरअसल, दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पीटल में इलाज करा रहे आजम खान से मंगलवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मुलाकत की थी. इस दौरान दोनों के बीच लगभग दो घंटे तक बातचीत हुई. बताया जाता है कि इसी मुलाकात के दौरान तंजीन फातिमा को रामपुर से एक बार फिर लोकसभा उम्मीदवार बनाने पर सहमित बनी. सपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी की ओर से आज रामपुर से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में तंजीम फातिमा के नाम का ऐलान किया जाएगा.
लंबे वक्त से चल रही थी नाराजगी
आजम खान लंबे अर्से से अखिलेश से नाराज बताए जा रहे थे. उनके जेल में रहने के दौरान उनके मीडिया प्रभारी फसाहत खान शानू ने भी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला था. इस दौरान उन्होंने आजम के अलग पार्टी तक बनाए जाने का इशारा कर दिया था. इसके बाद खुद आजम ने जेल से रिहा होने पर अपनी तबाही के लिए अपनों (सपा मुखिया) को जिम्मेदार ठहराया था. दोनों के बीच इतनी नाराजगी थी कि जेस रिहा होने के बाद अखिलेश उनसे मिलने तक भी नहीं पहुंचे थे और न ही शपथ ग्रहण के बाद ही आजम खान ने अखिलेश से मुलाकात की थी.
कपिल सिब्बल ने दूर कराई गलतफहमियां
माना जा रहा है कि इसके बाद वरिष्ठ वकील कपिल सिबब्ल ने दोनों के बीच गलतफहमियां दूर करने का काम किया. इसके बाद अखिलेश यादव दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज करा रहे आजम खान से मिलने पहुंचे. बताया जाता है कि इस बैठक में काफी हद तक गिले-शिकवे दूर हो गए. सूत्रों की मानें तो इस बैठक में ही तंजीम फातिमा के नाम पर मुहर लगाई गई. हालांकि, आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खां ने कहा है कि यह मुलाकात महज हालचाल लेने तक सीमित थी.
राज्यसभा सदस्य और विधायक रह चुकी हैं तंजीम
डिग्री कालेज से रिटायरमेंट के बाद आजम खां की पत्नी तंजीम फातिमा राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं. वर्ष 2019 में जब आजम खां सांसद चुने गए और उन्होंने शहर विधानसभा सीट से इस्तीफा दिया था, तब तजीन फात्मा को उप चुनाव में सपा ने प्रत्याशी बनाया था और वह चुनाव जीती भी थी. अब जब एक बार फिर आजम खां के इस्तीफे से लोकसभा सीट खाली हुई है तो ऐसे में इस सीट से उनका चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है.
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भाजपा मुख्तार अब्बास नकवी को उतार सकती हैं मैदान में
उधर, भाजपा ने भी अभी रामपुर में प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. माना जा रहा है कि राज्यसभा टिकट नहीं मिलने के बाद भाजपा नेता और केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के यहां से भाजपा के टिकट पर लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो यह मुकाबला बहुत ही दिलचस्प होगा, क्योंकि 2009 के लोकसभा चुनाव में नकवी की यहां से जमानत जब्त हो चुकी है.
HIGHLIGHTS
- राज्यसभा सांसद और विधायक रह चुकी है तंजीम
- आजम और अखिलेश की मुलाकात में बनी सहमति
- आजम खान के इस्तीफा देने से खाली हुई है यह सीट
Source : Anil Yadav