पश्चिम बंगाल में सारदा चिट फंड घोटाला मामले में गिरफ्तार ग्रुप के प्रमोटर सुदीप्त सेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर उनसे पैसे लेने वाले कई नेताओं के नाम का जिक्र किया है. इस पत्र में बगावत पर उतरे तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी और बीजेपी नेता मुकुल रॉय का भी नाम है. मुकुल रॉय कभी तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता और ममता बनर्जी के करीबी समझे जाते थे.
जेल में बंद है सुदीप्त
सारदा चिट फंड घोटाले के तहत करोड़ों का गबन करने के आरोपी सुदीप्त सेन फिलहाल कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में बंद हैं. एक दिसंबर को लिखे अपने पत्र में उन्होंने मुकुल रॉय के साथ बगावत पर उतरे तृणमूल कांग्रेस नेता शुभेंदु अधिकारी का भी नाम लिया है. सुदीप्त सेन ने पत्र में आरोप लगाया है कि शुभेंदु अधिकारी ने उनसे 6 करोड़ रुपये लिए. मुकुल रॉय के बारे में सेन ने लिखा है कि बीजेपी नेता ने उनसे बड़ी रकम ली, लेकिन कितनी रकम ली इस बारे में लिखा है कि उन्हें याद नहीं है. इन दो बड़े नेताओं के अलावा सेन ने सारदा ग्रुप से फायदा उठाने वालों में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, सीपीएम के विधायक सुजन चक्रबर्ती और सीपीएम पोलित ब्यूरो सदस्य बिमान बोस का भी नाम लिया है.
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पीएम मोदी को पत्र लिख लिए बड़े नाम
2013 में पोंजी फर्म के भंडाफोड़ के बाद बंगाल पुलिस ने सुदीप्त सेन को गिरफ्तार किया था. सेन का आरोप है कि अधीर रंजन चौधरी ने 6 करोड़, सुजन चक्रवर्ती ने 9 करोड़ और बिमान बोस ने उनसे 2 करोड़ रुपये लिए. बंगाल की चारों बड़ी पार्टियों- टीएमसी, बीजेपी, सीपीआईएम और कांग्रेस का जिक्र करते हुए सेन ने लिखा, 'मेरे लिए यह देखना दुखद है कि जिन लोगों ने खूब पैसे लिए और वास्तव में गरीब लोगों को धोखा दिया, वे अब बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. मैं सीबीआई और राज्य पुलिस से अनुरोध करता हूं कि इस मामले की सही तरीके से जांच की जाए और जरूरी कार्रवाई की जाए.'
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पार्टियों ने किया खारिज
माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने सेन के आरोपों को खारिज किया है. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि पार्टी को बदनाम करने के लिए घटिया राजनीति की जा रही है. भाजपा के राज्य नेतृत्व ने भी कहा कि पूरे मामले में गंदी राजनीति हो रही है और सीबीआई सच सामने लाएगी. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
Source : News Nation Bureau