द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने अन्नाद्रमुक महासचिव वी.के. शशिकला को पार्टी के विधायक दल का नेता चुना जाने को लेकर आपत्ति ज़ाहिर की है। रविवार को चेन्नई से 330 किलोमीटर दूर तिरुवरूर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह निर्णय जनभावना के ख़िलाफ़ है।
स्टालिन ने कहा, 'भ्रष्टाचार के मामले में जब जयललिता को जेल जाना पड़ा था, तब उन्होंने पन्नीरसेल्वम से सरकार का नेतृत्व करने की बात कही थी। इसी तरह जयललिता जब बीमार थी और अपोलो अस्पताल में भर्ती हुई थीं तब भी पन्नीरसेल्वम ने ही प्रशासन संभाला था।'
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स्टालिन ने कहा, 'जयललिता जब तक जीवित थीं, उन्होंने न तो पार्टी में और न ही सरकार में शशिकला को कोई पद दिया था।' स्टालिन के मुताबिक, शशिकला को मुख्यमंत्री के लिए चुना जाना दिवंगत जयललिता की इच्छा के विरुद्ध है।'
आपको बता दें कि दिसंबर में जयललिता का निधन हो गया था। जब दिवंगत नेता जयललिता की तबीयत ख़राब थी तब भी पनीर सेल्वम ही मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाल रहे थे।
रविवार को तमिलनाडु में एक बड़े सियासी घटनाक्रम के बाद ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने शशिकला नटराजन को विधायक दल का नेता चुना। जिसके बाद मौजूदा मुख्यमंत्री ओ पी पनीरसेल्वम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
IANS इनपुट के साथ..
Source : News Nation Bureau