सीबीआई की विशेष अदालत ने मोइन कुरैशी मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शनिवार को गिरफ्तार सतीश बाबू सना को 5 दिन की रिमांड पर ईडी को सौंप दिया. हालांकि मामले के जटिल पहलुओं को सामने लाने के लिए ईडी ने अदालत से 14 दिन की रिमांड मांगी थी. सतीश बाबू सना से सीबीआई भी पूछताछ कर सकती है. खासकर सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थान को 5 करो़ड़ की कथित रिश्वत देने के मामले में.
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वकील ने कहा जांच में सहयोग कर रहा सना
सीबीआई अदालत में सतीश बाबू सना के वकील ने कहा की आरोपी जांच में पूरा सहयोग कर रहा है. वह वास्तव में ईडी के दफ्तर खुद आए थे, जब उन्हें गिरफ्तार किया गया. सतीश बाबू मोइन कुरैशी मामले में सबसे मुख्य गवाह हैं. वह तो केस में मदद कर रहे थे, जब उन्हें आरोपी बनाया गया, जबकि आरोपी मोईन कुरैशी जमानत पर है.
कोर्ट में सुनवाई के बाद सना को 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है. हालांकी ईडी ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी.
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अदालत ने गिरफ्तारी को ठहराया सही
कोर्ट ने कहा की यह जांच लंबे वक्त से चल रही है, लेकिन इसमें कुछ विरोधाभास सामने आए हैं. इसलिए ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है. बता दें की हैदराबाद के रहने वाले सतीश बाबु सना ने कोर्ट के सामने आरोप लगाए थे की सीबीआई घुस लेती है और सीबीआई डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर के बीच विवाद को हवा देने में सना का नाम ही सामने आया था. सूत्रों की मानें तो मोईन कुरेशी का सबसे खास बताया जाता है सना.
HIGHLIGHTS
- मोइन कुरैशी मामले में सतीश बाबू को ईडी रिमांड पर सौंपा गया.
- ईडी ने अदालत में मांगी थी 14 दिन की रिमांड.
- सीबीआई रार के पीछे सतीश बाबू का है हाथ.