गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal malik) एक बार फिर से अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं. रविवार को बागपत में एक कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बेहद ही अजीबो-गरीब बयान दिया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में जो राज्यपाल होते हैं वो शराब पीते हैं, दूसरे जगहों के राज्यपाल आराम से रहते हैं.
गोवा (Goa) के राज्यपाल ने कहा, 'राज्यपाल का कोई काम नहीं होता है. कश्मीर में जो राज्यपाल होता है अक्सर वो दारू पीता है और गोल्फ खेलते हैं. बाकी जगह जगह जो राज्यपाल होता है वो आराम से रहते हैं, किसी झगड़े में नहीं पड़ते हैं.'
बता दें कि गोवा से पहले सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे. जब उनको जम्मू-कश्मीर से हटाकर गोवा का राज्यपाल बनाया गया था तब कुछ दिन बाद उन्होंने कहा कि मैं तीन हफ्ते पहले गोवा आया हूं. मैं कश्मीर से आया हूं. मैं अभी भी कश्मीर हैंगओवर से गुजर रहा हूं.
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'फारुख अब्दुल्ला का जादू जनता पर अब नहीं है'
एनसी प्रमुख फारुख अब्दुल्ला की रिहाई पर सत्यपाल मलिक ने कहा था कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के साथ वहां की जनता नहीं है. उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि कोई पूर्व मुख्यमंत्री जेल में जाए और बाहर आहट भी न हो तो आप समझ सकते हैं कि जनता कितनी साथ है. नई पार्टी के गठन से इन दो परिवारों का अधिपत्य खत्म हो जाएगा जो कश्मीर के लिए या अच्छा है.
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'मोदी और शाह के अलावा कोई जम्मू-कश्मीर से 370 हटा नहीं सकता था'
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी और शाह के अलावा कोई ये काम नहीं कर सकता था. कश्मीरी पंडितों पर मलिक ने कहा कि सरकार उनके साथ है. उनके लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है, लेकिन कश्मीरी पंडितों को जाकर बसना पड़ेगा. यहां दिल्ली में बैठकर बात करते रहने से ही काम नहीं चलेगा.