Satyapal Malik Warning to Centre : केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार आलोचना के लिए सुर्खियों में रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक फिर से चर्चा में हैं. मलिक ने निरस्त किए गए तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर अब केंद्र को फिर चेतावनी दी है कि उसे 'किसानों के साथ खिलवाड़' नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, अभी किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. वे खतरनाक लोग हैं. किसानों की सभी मांगे जब तक नहीं मान ली जाती आंदोलन वापस नहीं हो सकता है. मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि सिख और जाट चेहरा नहीं भूलते हैं. आंदोलन खत्म करने से पहले उन्हें कुछ देकर भेजें. उन्होंने इंदिरा का चेहरा भी याद रखा था. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए पद छोड़ने को तैयार हूं. किसानों को अब और दबाकर नहीं रखा जा सकता. वह अपना हक लेकर रहेंगे. बातचीत से नहीं देंगे तो लड़ाई लड़ेंगे.
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मलिक ने कहा, मेरी दिल्ली वालों को सलाह है कि इन से पंगा मत लो ये बहुत ही भयानक लोग हैं. मलिक ने कहा कि मैं हमेशा सच बोलता हूं. यह दिमाग में रहता है कि किसी भी भाषण के बाद मिस कॉल आ सकता है. मलिक राजस्थान के जोधपुर में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. बिहार, गोवा और तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल ने यह भी टिप्पणी की कि वह किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए उनका यह पद जा सकता है, लेकिन अपनी आवाज उठाने या राज्यपाल का पद छीनने से नहीं डरते. मलिक ने केंद्र सरकार को किसानों से किए गए सभी वादों को पूरा करने की भी सलाह दी, जिन्होंने इस संबंध में सरकार द्वारा आश्वासन दिए जाने पर पिछले साल दिसंबर में कृषि कानूनों के खिलाफ अपना साल भर का आंदोलन समाप्त कर दिया था.
HIGHLIGHTS
- मेघालय के राज्यपाल ने कहा-खतरनाक हैं किसान
- उन्होंने कहा, अभी किसान आंदोलन नहीं हुआ है खत्म
- किसानों को लेकर मलिक ने कहा, खतरनाक हैं वे लोग