जी-20 सम्मेलन में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. सऊदी अरब ने भारत का हज कोटा 170,000 से बढ़ाकर 200,000 कर दिया है. सऊदी अरब के इस कदम से 30 हजार अतिरिक्त भारतीयों के मक्का में वार्षिक इस्लामिक तीर्थ यात्रा में जाने का रास्ता साफ हो गया है. बता दें कि सऊदी अरब, भारत का कच्चे तेल का शीर्ष आपूर्तिकर्ता है. हालांकि दोनों देशों ने ऊर्जा सहयोग से आगे बढ़कर अपने संबंधों को विस्तार दिया है. दोनों देशों की सरकारें सामरिक साझेदारी के लिए सहमत हुई हैं.
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क्राउन प्रिंस से मुलाकात के बाद हुआ निर्णय
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बातचीत में इस मुद्दे को उठाया था. इसके बाद सऊदी अरब की ओर से यह घोषणा की गई है. पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस से द्विपक्षीय बातचीत में व्यापार और निवेश, ऊर्जा सुरक्षा तथा आतकंवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने के मसले पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि एक बहुमूल्य सामरिक साझेदार के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने व्यापार तथा निवेश, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने समेत कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की.
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पर्यटन के अवसर और फ्लाइट्स भी जाएंगी बढ़ाई
दोनों नेताओं की बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि सऊदी के क्राउन प्रिंस ने प्रधानमंत्री मोदी को वादा किया है कि भारत का हज कोटा 170,000 से बढ़ाकर 2 लाख सालाना कर दिया जाएगा. यह महत्वपूर्ण है और यह कर दिया गया है।. जल्द ही दो लाख भारतीय हज यात्रा का लाभ ले पाएंगे. दोनों नेताओं के बीच पर्यटन और फ्लाइटें बढ़ाने की जरूरत पर भी बातचीत हुई. दोनों नेताओं ने जल्द मुलाकात को लेकर सहमति जताई है. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने भी एक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथियों में से एक के तौर पर आमंत्रित किया है.
HIGHLIGHTS
- सउदी अरब ने हज यात्रियों का कोटा सालाना 2 लाख किया.
- इसके पहले 1 लाख 70 हजार लोग ही जाते थे हज पर.
- अन्य मसलों पर भी दोनों देश परस्पर संबंध बढ़ाने को इच्छुक.