प्लास्टिक को कहें बाय बाय

देशभर में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लग गया है और अब रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली कई चीजें अब नहीं दिखाई देंगी. आज जिस तरह से हमारे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, उसमें प्लास्टिक की बड़ी भूमिका रही है.

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Iftekhar Ahmed
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प्लास्टिक को कहें बाय-बाय( Photo Credit : File Photo)

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देशभर में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लग गया है और अब रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली कई चीजें अब नहीं दिखाई देंगी. आज जिस तरह से हमारे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, उसमें प्लास्टिक की बड़ी भूमिका रही है. लगभग सभी चीजों के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा था. चाहे वह दूध हो, सब्जी हो, आटा, चावल, दाल, मसाले, कोल्ड ड्रिंक शरबत, स्नेक्स, दवाई, कपड़े हो या फिर जरूरत की दूसरी चीजें, सभी में प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है . प्लास्टिक जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है. साइकिलिंग की प्रक्रिया भी प्रदूषण को बढ़ावा देती है.

अब सवाल यह उठता है कि प्लास्टिक आखिर दुनिया में क्यों और कब आया? प्लास्टिक की कहानी बहुत पुरानी है. जानकारी के मुताबिक 160 साल पूर्व में प्राकृतिक रूप से रबर के पेड़ों से मिलने वाले रबड़ माइक्रो सैलूलोज कॉलेज वन और गला लाइट आदि के मिश्रण से प्लास्टिक जैसी किसी चीज का तैयार किया गया था, जिसका इस्तेमाल बॉल, बैंड और मूर्तियां बनाने में किया जाता था. आज हम जिस आधुनिक प्लास्टिक के विविध रूपों को देख रहे हैं, उसके आरंभिक आविष्कार का श्रेय ब्रिटेन के वैज्ञानिक अलेक्जेंडर पक्ष को जाता है. उन्होंने इसे नाइट्रोसैलूलोज कहा था. बेल्जियम मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक लियो बैकलैंड  को. प्लास्टिक को घर-घर पहुंचाने का श्रेय दिया जा सकता है .

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आज हम प्लास्टिक की विभिन्न किस्म और सभी चीजों में प्लास्टिक के सामान को देख रहे हैं. अब यह भी जानिए कि जिस प्लास्टिक को भविष्य में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा, ऐसा अंदेशा उन्होंने पहले ही लगा दिया था, लेकिन कैसे जहरीला हो जाता है प्लास्टिक,जरा यह भी सुनिए. पानी में न मिल  पाने और बायोकेमिकल एक्टिव न होने की वजह से प्लास्टिक बेहद कम जहरीला होता है, लेकिन जब इसमें दूसरी तरह के प्लास्टिक और कलर मिला दिए जाते हैं तो यह नुकसानदेह साबित हो सकते हैं . प्लास्टिक की थैलियां रंगों और रंजक और अन्य कर्मियों से बनी होती है . ये अक्सर स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव डालते हैं . प्लास्टिक का बढ़ता इस्तेमाल फिलहाल दुनिया के  स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरे को न्योता दे रहा है. ऐसे में इस पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी है. अब आपको बताते हैं कि वह ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिनको बैन कर दिया गया है.

इन पर लगाया गया है बैन
प्लास्टिक कैरी बैग , पॉलिथीन (75 माइक्रोन से कम मोटाई वाले), प्लास्टिक स्टिक वाले इयरबड्स, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक स्टिक प्लास्टिक के झंडे कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक, थर्माकोल प्लास्टिक की प्लेट, प्लास्टिक के कप, प्लास्टिक के गिलास, कांटे, चम्मच ,चाकू , स्ट्रॉ ,मिठाई के डिब्बे को पैक करने वाली फिल्म, इनविटेशन कार्ड ,सिगरेट के पैकेट, 100 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक या पीवीसी बैनर शामिल हैं. मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि सिंगल यूज प्लास्टिक अगर कोई इस्तेमाल करता पाया गया तो उस को दंड दिया जाएगा. इसमें जेल और जुर्माना दोनों शामिल है. लिहाजा, बेहतर है कि हम आज से ही इस जहरीले प्लास्टिक को छोड़ दें और अपने पर्यावरण और अपनी सेहत को बचाएं.

Source : Geetu Chauhan

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