क्या आप बैंक में 2000 रुपये का नोट जाम करने जा रहे हैं? अगर हां तो यह खबर पढ़िए. 2 हजार के नोट बदलने को लेकर बैंक की ओर से बड़ा बयान आया है. अब आप बिना किसी आईडी प्रूफ के बैंकों में 2000 रुपए के नोट बदलवा सकते हैं. इसके लिए किसी आवेदन या प्रक्रिया का पालन नहीं करना होगा. लोगों को नोट जमा करने या बदलने में दिक्कत न हो इसके लिए बैंक ने बेहद आसान तरीका अपनाना शुरू कर दिया है. यह जानकारी देश के बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने दी है.
जानिए क्या बैंक ने बताया
बैंक ने जानकारी जारी करते हुए कहा कि 2 हजार के नोट को बदलवाने के लिए किसी भी व्यक्ति को कोई सबूत नहीं देना होगा और न ही कोई फॉर्म भरना होगा. बैंक आने वाले ग्राहक 20 हजार तक की मुद्रा आसानी से बदलवा सकते हैं. ऐसे में आप बैंक जाकर आसानी से अपने नोट बदल सकते हैं हालांकि बैंकों के नियमों का पालन करना होगा. यदि कोई व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्रों में रहता है तो वह व्यापार प्रतिनिधि केंद्र में जाकर अपने नोट बदलवा सकता है हालांकि आपको बता दें कि वहां सिर्फ 4 हजार से 2 हजार के नोट ही बदले जा सकते हैं.
1. क्यों लाए गए थे 2000 रुपये के नोट?
दो हजार के ये नोट आरबीआई एक्ट 1934 के सेक्शन 24 (1) के तहत सामने लाए गए थे. इसे पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के बाद करेंसी रिक्वायरमेंट के कारण इन नोटो को लाया गया था. दो हजार रुपये को लाने का लक्ष्य दूसरे नोट के पर्याप्त मात्रा में बाजार में लाने का था. जो अब खत्म हो गया. ऐसे में 2,000 रुपये के नोट की छपाई को 2018-19 में बंद कर दी गई.
2. कब शुरू होगी नोटों को बदलने की प्रक्रिया?
इन नोटों को बैंक खातों में जमा कराया जा सकता है. इसे किसी बैंक शाखा में जाकर बदला जा सकता है. लोग यह जान लें कि एक बार में 20 हजार रुपये के नोटों को बदला जा सकता है. यह पूरी प्रक्रिया 23 मई से आरंभ होगी.
3. सर्कुलेशन को क्यों किया गया था कम?
31 मार्च 2017 को सर्कुलेशन वाले नोट की कुल वैल्यू में इन नोटों की हिस्सेदार 50.2 फीसदी थी. यह कम होकर 31 मार्च 2022 तक 13.8 फीसदी तक पहुंच गई. अभी इसे बंद नहीं किया गया है.
4. किस वर्ष में इन नोटों का चलन सबसे अधिक था?
दो हजार के नोटों का चलन वर्ष 2017-18 के दौरान ज्यादा रहा. उस समय 33,630 लाख दो हजार के नोट चलन में थे. इनका मूल्य 6.72 लाख करोड़ रुपये था.
5. कब से नहीं हुई नोटों की छपाई?
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने 2021 में ये जानकारी दी थी कि बीते दो साल से 2,000 रुपये छपाई को बंद कर दिया गया है. यह निर्णय आरबीआई से बातचीत के बाद लिया गया था. अप्रैल 2019 के बाद से एक भी नोट नहीं छापा गया.
6. इसे नोटबंदी कहा जा सकता है?
इसे नोटबंदी नहीं कहा जा सकता है. अभी भी 2,000 रुपये के नोट मान्य हैं. इन पर अभी पाबंदी नहीं लगाई गई है.
Source : News Nation Bureau