दिल्ली में मंगलवार को सीलिंग अभियान के विरोध में पूरे शहर में हजारों दुकानें बंद रहीं। आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस नेताओं ने इस समस्या को हल करने के लिए एक बैठक आयोजित की। लेकिन बीजेपी ने इस बैठक का बहिष्कार किया।
बैठक में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीलिंग अभियान से जुड़ी समस्याओं को रोकने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल, सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त 'निगरानी समिति' से मुलाकात करेगी।
डीपीसीसी प्रमुख अजय माकन की अगुवाई में आज की बैठक में अरविंद केजरीवाल समेत आप पार्टी के नेता और दिल्ली कांग्रेस के तीन सदस्य मौजूद थे। लेकिन बीजेपी ने इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
बातचीत के दौरान, सीलिंग अभियान के खिलाफ आप और कांग्रेस अपने सांसदों के माध्यम से संसद में अपनी आवाज को उठाने के लिए सहमत हुए हैं।
बीजेपी की तरफ से वार्ता का बहिष्कार करने पर माकन ने कहा कि पार्टियों को व्यापारियों की समस्याओं के लिए सामूहिक रूप से समाधान निकालना जरूरी है।
माकन ने कहा, 'कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हमें पार्टी की राजनीति नहीं करनी चाहिए।'
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सीएम के आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी पर हमला करते हुए सिसोदिया ने कि यह दुर्भाग्य है कि सीलिंग अभियान की समस्या को हल करने के लिए दलों के प्रतिनिधि बैठक में नहीं आए।
सिसोदिया ने कहा, 'बैठक में भाग लेने के बजाए, बीजेपी राजनीति कर रही है। वे आज की बैठक में भाग लेना नहीं चाहते थे। व्यापारियों से बातचीत करना जरूरी था और यदि आवश्यकता पड़ी तो हम दोबारा से बैठक बुलाएंगें और बीजेपी से निवेदन करेंगे कि वह बैठक में आए।'
सिसोदिया ने कहा कि अगर बीजेपी चाहे तो इस समस्या को 'तुरंत' ठीक कर सकती है।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी केंद्र में सरकार बना रही है। वह व्यापारियों को खत्म करना चाहती हैं ताकि एफडीआई लाया जा सके।'
सिसोदिया ने कहा, 'आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सीलिंग मुद्दे के समाधान के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल (एससी-नियुक्त) 'निगरानी समिति' से मुलाकात करेंगी।'
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय लिया गया कि आप और कांग्रेस दोनों संसद में इस मामले को उठाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, विकास मंत्री गोपाल राय, आप पार्टी के नेता संजय सिंह और विधायक सोमनाथ भारती भी शामिल थे जिन्होंने बैठक में भाग लिया।
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Source : News Nation Bureau