राडार को चकमा देने और स्वदेशी हथियारों से लैस विध्वंसक पोत 'मोरमुगाओ' का नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा द्वारा मुंबई में जलावतरण किया गया। अगले 2 साल में यह विध्वंसक जहाज भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होगा। प्रोजेक्ट 15 बी के अंतर्गत बनने वाला दूसरा युद्धपोत है। तकनीकी रूप से 'मोरमुगाओ' भारत का सबसे अत्याधुनिक पोत होगा जिसके निर्माण में 68 फीसदी लक्ष्य स्वदेशीकरण का रखा गया है।
आईये जानते हैं इसकी 10 खूबियां और जरूरत
1. मुम्बई के मझगांव शिपयार्ड में तैयार होनेवाला यह भारत का सबसे अत्याधुनिक विध्वंसक है जिसका वजन 7400 टन और लंबाई 163 मीटर है।
2. इस युद्धपोत में 4 गैस टर्बाइन इंजन लगे हैं जो इसे 30 नॉटिकल मील यानि 56 किमी/घंटे की रफ़्तार देते हैं।
3. यह देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे अत्याधुनिक एडवांस गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है, जिसे पकड़ना दुश्मन के रडार के लिये बेहद मुश्किल है।
4. यह अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस है जिसमें 127 मिलीमीटर गन और एके 630 एंटी मिसाइल गन सिस्टम लगा है।
5. इसका सोनार सिस्टम भी अलग और अत्याधुनिक है साथ ही 2 आरबीयू 6000 एंटी सबमरीन रॉकेट लांचर से भी यह लैस है।
6. इस युद्धपोत पर शिप डाटा नेटवर्क नाम का एक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया जाएगा जो लड़ाई के दौरान एक ही जगह पर सारा डेटा उपलब्ध कराएगा।
7. बेहद खराब मौसम में भी इस युद्धपोत पर नौसेना के हेलीकॉप्टर लैंड कर सकेंगे।
8. यह युद्धपोत ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल से भी लैस होगा। जिससे जमीन के साथ ही समुद्र में 300 किमी की दूरी तक लक्ष्य साधा जा सकता है। ब्रह्मोस दुनिया की सर्वाधिक स्पीड मिसाइलो में से एक है जिसकी सुपरसोनिक गति 3400 किमी प्रति घंटा है।
9. 'मोरमुगाओ' बराक 8 लौंग रेंज मिसाइल से भी लैस होगा। भारत और इसराइल के साझे प्रयास से बना यह मिसाइल लॉन्ग रेंज जमीन से आसमान में मार करने में सक्षम है। यह दुश्मन के एयरक्राफ्ट और सुपरसोनिक मिसाइल की टोह भी ले सकता है जिससे इसका लक्ष्य आसान हो जाता है।
10. इस युद्धपोत पर 50 नौसेना के ऑफिसर और 250 नाविक तैनात होंगे।