छत्तीसगढ़ के कांकेर में बीते सप्ताह मारे गए माओवादी बस्तर में बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे थे. भारतीय सुरक्षा बलों ने इस बात का संदेह जताया है. उनके मुताबिक, विद्रोही बस्तर में आम चुनाव से पहले "एक बड़ा हमला" करने के लिए एकमुश्त हुए थे. मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए कुछ अधिकारियों ने बताया कि, सुरक्षा बलों ने पिछले हफ्ते कांकेर में मुठभेड़ में मारे गए सभी 29 माओवादियों की पहचान कर ली है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, ये लोग सैकड़ों किलोमीटर दूर क्षेत्रीय समितियों से तालुक रखते थे.
इस बीच, छत्तीसगढ़ पुलिस ने रविवार को जानकारी दी कि, राज्य के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक माओवादी मारा गया.
इस तफ्तीश से वाकिफ एक अधिकारी ने बताया कि, "हमें संदेह है कि चुनाव से पहले, MMC (मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़) जोनल कमेटी के कैडर सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रचने के लिए राज्य में इकट्ठे हुए थे." कैडर छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र से थे.
बैठकों में रणनीति तैयार कर रहे थे हमलावर
एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि, “वे कुछ हफ्तों या शायद एक महीने के लिए, लगभग 20x20 वर्ग किमी के क्षेत्र में जंगल में छिपे हुए थे. मुठभेड़ से पहले कुछ दिनों तक हमारी सेनाओं को लगातार मंडली के बारे में इनपुट मिल रहे थे. वे चुनाव के दौरान बलों पर हमलों से संबंधित बैठकें कर रहे थे.”
गौरतलब है कि, कांकेर में आम चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा. इससे पहले इस तरह के हमले की कोशिश सुरक्षा एजेंसियों के लिए तफ्तीश का मुद्दा बन गई है.
Source : News Nation Bureau