आध्यात्मिक गुरु भैय्यू जी महाराज ने कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। उन्हें इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई।
हाल ही में उन्हें मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने भैय्यूजी महाराज समेत पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया था। हालांकि उन्होंने उसे ठुकरा दिया था।
भैय्यूजी महाराज का वास्तविक नाम उदयसिंह देखमुख है, वे एक जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते हैं। एक संत के तौर पर उन्हें लोकप्रियता हासिल थी।
संत बनने से पहले एक शूटिंग-शर्टिंग ब्रांड के लिए पोस्टर मॉडलिंग भी कर चुके थे। वो आध्यात्मिक गुरु होने के साथ ही मध्य प्रदेश की राजनीति में भी गहरी पैठ रखते थे।
इंदौर पुलिस का कहना है कि भय्यूजी ने खुद को सिर में गोली मारी। लेकिन उन्होंने ऐसा क्यों किया है इसका पता नहीं चल पाया है।
उनके समर्थक बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
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भय्यूजी महाराज मध्यप्रदेश के राजनीतिक रूप से ताकतवर संतों में से थे। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए यूपीए सरकार ने उनसे संपर्क भी किया था। यही वो समय था जब वे चर्चा में आए।
उनका मुख्य आश्रम इंदौर स्थित बापट चौराहे पर है। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके सानिध्य में संचालित होता है। कई राजनीतिक और फिल्मी हस्तियां उनके आश्रम में जा चुकी हैं।
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Source : News Nation Bureau