वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. कर्ण सिंह ने सोमवार को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर अपील की कि इतना 'खूबसूरत, अनोखा, गोलमोल' संसद भवन को छोड़कर नए मकान में नहीं ले जाया जाए, क्योंकि "ऐसा ढांचा हम फिर कभी नहीं बना पाएंगे." राजपथ और संसद भवन को फिर से बनाए जाने के प्रस्ताव पर अपने विचार प्रकट करते हुए उन्होंने अपने पत्र में कहा, "मेरी स्पष्ट राय है कि 'खूबसूरत, अनोखा, गोलमोल संसद भवन को हमें किसी कीमत पर नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि ऐसा ढांचा हम फिर कभी नहीं बना पाएंगे. इसे आधुनिक भवन में ले जाए जाने से हम पुराने भवन के विशेष परिवेश से वंचित हो जाएंगे."
उन्होंने कहा, "मेरी राय में, हमारे लिए यह संभव है कि मौजूदा इमारत से गैरजरूरी चीजों व दफ्तरों को दूसरी जगह ले जाया जाए, और हॉलों का विस्तार कर उसमें और सदस्यों के बैठने लायक जगह बनाई जाए."
जम्मू एवं कश्मीर के राजघराने के सदस्य व पूर्व सदर-ए-रियासत, डॉ. सिंह ने सुझाव दिया कि लोकसभा को केंद्रीय कक्ष में ले जाया जाए, जहां दोनों सदनों का संयुक्त अधिवेशन वर्षो से होता रहा है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा को लोकसभा कक्ष में ले जाया जा सकता है और पुराने हॉल का उपयोग सदस्यों के लिए सेंट्रल हॉल जैसे विनोद कक्ष के रूप में किया जा सकता है.
Source : आईएएनएस