अज्ञात बदमाशों की गोलियों की शिकार बनी वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश को नम आंखों से बुधवार को बेंगलुरू में अंतिम विदाई दी गई। लेकिन वह लेखनी और बेबाक बोल के लिए हमेशा याद की जाएंगी।
इसी का परिणाम है की आज देशभर में पत्रकार संगठनों और बुद्धिजीवी वर्गों ने जगह-जगह पर प्रदर्शन किया। वहीं राजनीतिक दलों ने लंकेश की हत्या की निंदा की।
बॉलीवुड हस्ती भी पीछे नहीं रहे और पत्रकारों की हो रही हत्या पर सवाल खड़े किये।
अंतिम संस्कार में उमड़ा लोगों का सैलाब
गौरी लंकेश का बेंगलुरू के चमराजपेट में अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और गृहमंत्री समेत कई आला अफसर, अभिनेता और पत्रकार मौजूद थे।
और पढ़ें: गौरी लंकेश की हत्या का सीसीटीवी फुटेज आया, परिवार ने की CBI जांच की मांग
आपको बता दें की लंकेश की हत्या के खिलाफ नई दिल्ली, बेंगलुरू, मुंबई, भोपाल, हैदराबाद और देश के अन्य शहरों में भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
प्रदर्शनकारी तख्तियां पकड़ रखी है। ज्यादातर पर लिखा था, 'आप किसी शख्स की हत्या कर सकते हैं, उसके विचारों की नहीं।'
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस, वामदल, टीएमसी और सामाजिक संगठनों ने कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा को हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार को आडे़ हाथों लिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस हत्या पर हैरानी और चिंता जताते हुए बुधवार को कहा, 'इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर असहमति जताने पर चुप कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह उनकी (बीजेपी) विचारधारा का हिस्सा है। उन्होंने कहा, 'जो भी बीजेपी के खिलाफ बोलता है, उसे चुप करा दिया जाता है..।'
वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि बीजेपी और पार्टी से जुड़ा कोई संगठन पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या में शामिल नहीं है।
गडकरी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बहुत गैर जिम्मेदाराना है कि अपराध के लिए दूसरे राजनीतिक दलों के 'अध्यक्ष' बीजेपी को दोषी ठहरा रहे हैं।
गडकरी ने हत्या पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर हो रही आलोचना पर उनका बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सभी मामलों पर प्रतिक्रिया नहीं कर सकते।
द इंडियन वूमेन्स प्रेस कॉर्प्स ने पत्रकार-समाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या पर गहर नाराजगी व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि इस तरह पत्रकार को चुप कराना भारतीय लोकतंत्र के लिए 'खतरनाक' है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को बेंगलुरू की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की और मामले की शीघ्र जांच की मांग की।
फिल्म निर्माता जावेद अख्तर ने ट्वीट कर कहा, 'दाभोलकर, पंसारे, कलबुर्गी और अब गौरी लंकेश..अगर एक प्रकार के लोग मारे जा रहे हैं, तो किस प्रकार के लोग हत्यारे हैं?'
केंद्र ने मांगी रिपोर्ट
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गौरी लंकेश की हत्या पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। आपको बता दें की कन्नड़ टेबलॉयड 'लंकेश पत्रिके' की संपादक गौरी लंकेश (55) की तीन अज्ञात हमलावरों ने मंगलवार को उस समय घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी जब वह अपने कार्यालय से घर लौटी थीं। उन पर सात गोलियां दागी गईं।
एसआईटी गठित
इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी गठित की है। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) एम.एन. अनुचेत ने बुधवार को बताया, 'इस मामले की जांच के लिए गठित की गई तीन विशेष टीमें संदिग्ध हत्यारों की तलाश में जुटी हैं। हम जांच चौकियों और अंतर्राज्यीय सीमाओं पर लोगों और वाहनों की जांच कर रहे हैं।'
अनुचेत ने कहा, 'हमने पड़ोसी राज्यों आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलाडु में भी अपने समकक्षों को सतर्क रहने को कहा है।' वहीं गौरी लंकेश के परिजन ने सीबीआई जांच की मांगी की है।
अमेरिकी दूतावास ने जताई चिंता
अमेरिकी दूतावास ने बुधवार को वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार-सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की।
दूतावास ने एक बयान में कहा, 'भारत में अमेरिकी मिशन भारत व दुनिया भर में प्रेस की आजादी के समर्थकों के साथ मिलकर बेंगलुरु में सम्मानित पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निदा करता है।'
इसमें कहा गया है, 'हम सुश्री लंकेश के परिवार, मित्रों व सहयोगियों के साथ संवेदना प्रकट करते हैं।'
और पढ़ें: गौरी लंकेश के पहले भी आवाज उठाने वाले पत्रकारों को किया गया है खामोश
HIGHLIGHTS
- पत्रकार गौरी लंकेश की बेंगलुरू में दी गई अंतिम विदाई
- देशभर में गौरी लंकेश की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन
- गौरी लंकेश कट्टर हिंदूवादी विचारधारा के खिलाफ लेखनी के लिए जानी जाती थी
Source : News Nation Bureau