श्रीनगर में अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फारुक और मोहम्मद यासीन मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने दोनों अलगाववादी नेताओं को जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अबी गजर स्थित कार्यालय के पास प्रदर्शन के चलते हिरासत में लिया गया है।
दोनों नेता शहर के मध्य स्थित लाल चौक जाकर भारी प्रदर्शन के लिए मार्च कर रहे थे। घाटी में कथित तौर पर लोगों के साथ दुर्व्यवहार और युवाओं को जेल में भरे जाने के खिलाफ इस मार्च और प्रदर्शन का आह्वान किया था।
मीरवाइज़, हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी गुट का अध्यक्ष है जबकि यासीन मलिक जम्मू-कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) का अध्यक्ष है। दोनों नेताओं को पुलिस ने अबी गुजर पर हिरासत में ले लिया जब वो समर्थकों के साथ जेकेएलएफ मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन के लिए जा रहे थे।
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इसी के साथ उनके कई समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है। समर्थक लाल चौक की ओर जाकर ख़ासकर दक्षिण कश्मीर के युवाओं के खिलाफ उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और जेल में भेजे जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
इससे पहले दोनों नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जेकेएलएफ मुख्यालय के बाहर अबी गुजर में 27 नवंबर को पूरी घाटी में पूर्ण हड़ताल का ऐलान किया था।
मीरवाइज़ ने पत्रकारों से कहा था, 'हम सरकार से हमारे राजनीतिक कैदियों के साथ दुर्व्यवहार रोकने के लिए कहेंगे। आंतकवाद के नाम पर लोगों का उत्पीड़न करना बंद करें। उन्हें दक्षिण कश्मीर में उत्पीड़न बंद करना चाहिए जहां सेना तैनात है।'
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HIGHLIGHTS
- मीरवाइज़ उमर फारुक और मोहम्मद यासीन मलिक को हिरासत में लिया गया
- जेकेएलएफ के अबी गजर स्थित कार्यालय के पास प्रदर्शन के बीच हिरासत में लिया गया
- घाटी में कथित तौर पर युवाओं के साथ दुर्व्यवहार और जेल भेजे जाने के खिलाफ था प्रदर्शन
Source : News Nation Bureau