दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक बनारस की पहचान भारत की सांस्कृतिक राजधानी से होती है. सदियों से यह शहर हिंदुओं के धर्म और आस्था का केंद्र रहा है. शहर के रूप में बनारस की पहचान तंग गलियों और मंदिरों के शहर से होती है. धार्मिक कारणों से ही बनारस को 'मिनी इंडिया' कहा जाता है. देश के कोने-कोने से पूर्व से लेकर पश्चिम तो उत्तर से लेकर दक्षिण तक के लोग यहां निवास करते हैं. बनारस में बंगाल, महाराष्ट्र और दक्षिण के सभी राज्यों के लोगों का बनारस में मोहल्ला है. ऐसी मान्यता है कि बनारस भगवान शिव की नगरी है. बनारस को वाराणसी और काशी के नाम से भी जाना जाता है. न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के विशेष कार्यक्रम 'बनारस देखत हौ' में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कहा कि 2014 से पहले राजनीति में जातिवाद हावी थी, लेकिन 2022 के चुनाव में विकास के नाम पर वोट पड़ेंगे.
Source : News Nation Bureau