शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता बिल (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों (Protesters) से मिलने के लिए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court Pannel) ने एक पैनल का गठन किया है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का ये पैनल मिलने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करने के लिए वहां पहुंचेगा और उनकी समस्याओं को सुनेगा. इस दौरान इस पैनल के साथ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. सुप्रीम कोर्ट की 3 सदस्यीय कमेटी शाहीन बाग की प्रदर्शन वाली सड़क को खाली करने का प्रस्ताव उनके सामने रखेगी और उन्हें नई जगह पर जाकर प्रदर्शन करने के लिए अपील करेगी ताकि दिल्ली में शाहीन बाग इलाके वाली सड़कों का यातायात सुचारू रूप से शुरू हो सके.
जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 15 दिसंबर को हुए दंगा फसाद मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच एसआईटी ने जांच में तत्परता के साथ सबूत और गवाहों की सूची तैयार करके अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें जेएनयू के छात्र और देश को तोड़ने का भाषण देकर देशद्रोह के आरोपी बने शारजील इमाम को भी आरोपी बनाया है. जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम आज जामिया विश्वविद्यालय भी पहुंची, जिसमें क्राइम ब्रांच के टॉप ऑफिसर शामिल थे. टीम ने जामिया के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की.
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इमाम को सबसे पहले देशद्रोह के केस में आरोपी बना कर रिमांड पर लिया गया था, पुलिस का कहना है कि जामिया और डिफेंस कॉलोनी में भड़की हिंसा दंगा फसाद मामले में भी इमाम की भूमिका सामने आई, उसके खिलाफ जामिया में भड़काऊ भाषण देने वीडियो और गवाह मिले हैं. यह चार्जशीट दंगा फसाद की धाराओं के अलावा हत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी कर्मी पर हमला करने की धाराओं में दाखिल की गई है.
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इस चार्जशीट में सीसीटीवी और की रिकवरी सबूत के तौर पर बताई गई है साथ ही 100 गवाहों की लिस्ट भी दाखिल है. इसमें इमाम के आलावा मुस्लिम संगठन पीएफआई को भी आरोपी बनाया गया है. बता दें की जामिया विश्वविद्यालय के बाहर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में हुए दंगे फसाद के दौरान 95 घायल हुए थे जिनमें 47 पुलिसकर्मी थे.