नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध कर रहे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों (Shaheen Bagh Protesters) ने शुक्रवार को यहां प्रदर्शनस्थल पर, पिछले साल जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Terror Attack) में आत्मघाती हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की पिछले साल 14 फरवरी को पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद (जैश) के आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ केकाफिले पर हमला किया था इस आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे.
सीएए और एनआरसी के विरोध का केंद्र बन चुके शाहीन बाग में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, हमने हमले की बरसी पर गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात जवानों को याद किया और शहीदों के लिए कैंडल मार्च निकाला. प्रदर्शनकारी ने आगे कहा, आज के दिन यहां कोई भाषण नहीं होगा, सिर्फ देश के जवानों को याद किया जाएगा शहीदों की याद में शुक्रवार शाम देशभक्ति के गीत गाए जाएंगे और जवानों की याद में प्रस्तुतियां भी होंगी. प्रदर्शनकारियों ने कहा, शहीदों के परिजन यहां आएं, इसके लिए हम उनसे संपर्क कर रहे हैं फिलहाल उनके यहां आने को लेकर कुछ तय नहीं हो पाया है.
यह भी पढ़ें-Pulwama Terror Attack: धमाके के बाद छंटा धुंआ नजारा देखकर दहला दिल, क्षत-विक्षत पड़े थे जवानों के शरीर
आपको बता दें कि पिछली साल 14 फरवरी की दोपहर के लगभग 3:30 बजे पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने विस्फोटक से भरी एक कार से सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर हमला कर दिया था जिसके बाद इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इस काफिले में सीआरपीएफ के जवानों की करीब 75 से भी ज्यादा बसें जिनमें लगभग 2500 जवान सवार थे. ये बसें जम्मू-कश्मीर के नेशनल हाइवे 44 से गुजर रहीं थीं. यह कोई पहला मौका नहीं था जब जवान ऐसे बसों में बैठ कर जा रहे हों पहले भी कई बार जवान छुट्टियों के बाद अपने घर इस तरह से जा चुके थे. इस यात्रा के दौरान जवानों के चेहरे पर घर जाने का उत्साह और खुशी साफ झलक रही थी. आपको बता दें कि इसी सड़क पर इसके दो दिन पहले आतंकियों ने एक धमाका किया था इसलिए हर कोई सतर्क भी था.
यह भी पढ़ें-Jammu and Kashmir : अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की सेहत बिगड़ी, घाटी में अलर्ट जारी
सभी गाड़ियां क्रमबद्ध तरीके से एक - दूसरे को बैकअप करते हुए जा रहीं थी कि तभी एक अंजान कार ने बसों के काफिले में से एक बस को जोरदार टक्कर मार दी जिसके बाद एक जोरदार धमाका हुआ. इस धमाके के बाद कई जवानों के मांस के लोथड़े हवा में उड़ते हुए दिखाई दिए बस के साथ जवानों का शरीर भी कई मीटर दूर छिटक कर जा गिरे. जवान कुछ समझ पाते कि क्या हुआ कैसे हुआ तभी आतंकियों ने बाकी गाड़ियों पर फायरिंग भी शुरू कर दी. इसके बाद बचे जवानों ने पोजीशन संभाली और जवाबी फायरिंग शुरू कर दी लेकिन आतंकी इस बीच भागने में सफल रहे.