सूरत की कोचिंग में आग लगने के बाद उस पर अब राजनीति तेज होती दिखाई दे रही है. सूरत अग्निकांड घटना पर गुजरात के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने कहा है कि इस घटना के बाद महापौर और नगर निगम आयुक्त को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. यह कोई दैवीय आपदा नहीं थी यह एक मानव निर्मित आपदा थी. इस कोचिंग की स्थापना के लिए आवश्यक अनुमति किसने दी? नियमों का पालन करना संबंधित अधिकारियों का नैतिक कर्तव्य है.
Former Gujarat CM Shankersinh Vaghela on Surat fire incident: The mayor and municipal commissioner should resign on moral grounds. It was a man-made disaster. Who gave necessary permissions to the establishment? It is moral duty of the concerned officers to follow the rules. pic.twitter.com/kKtaanIIHi
— ANI (@ANI) May 26, 2019
आपको बता दें कि शुक्रवार को सूरत में एक कोचिंग कॉम्प्लेक्स में आग लग जाने के चलते 23 बच्चों की मौत हो गई है. सभी की उम्र 15 से 22 साल के बीच थी. जानकारी के अनुसार 11 बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं. घटना के समय आर्ट्स कोचिंग में 40 से 45 बच्चे मौजूद थे. वहीं मीडिया में आई जानकारी के अनुसार सूरत पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के बिल्डर सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिनके नाम हैं हर्षल वेकरिया, जिग्नेश, और कोचिंग सेंटर के मालिक भार्गव भूटानी.
ऐसे लगी थी कोचिंग कॉम्प्लेक्स में आग
चार मंजिला कॉम्प्लेक्स में शॉर्ट सर्किट से दोपहर बाद साढ़े तीन बजे आग लगी. कॉम्प्लेक्स में दूसरी और तीसरी मंजिल पर आर्ट क्लासेस चलती हैं. आग ग्राउंड फ्लोर से शुरू हुई. आग देखकर आर्ट क्लास के बच्चे ऊपर की ओर भागे और वहीं फंस गए. फायर ब्रिगेड के आने तक आग बेकाबू हो गई. इसलिए बच्चों ने जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया. नीचे जमा स्थानीय लोगों ने कूद रहे बच्चों को कैच करना शुरू किया, ताकि बच्चों के सिर पर सीधी चोट न आए. इस तरह लोगों ने 11 बच्चों को बचा लिया. जबकि, एक बच्चे को नहीं बचाया जा सका. जो 20 बच्चे नहीं कूद पाए, उनकी झुलसकर जान चली गई.
ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाईं सीढ़ियां
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दमकल की गाड़ियां आग लगने के आधे घंटे बाद मौके पर पहुंचीं. लेकिन, उस वक्त उनके पास जरूरी उपकरण नहीं थे, जिनके जरिए आग में फंसे बच्चों को बाहर निकाला जा सके. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जिस वक्त बच्चे इमारत से छलांग लगा रहे थे, उस वक्त दमकल सामने खड़ी थीं. लेकिन, उनकी सीढ़ियां ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाईं.
सीएम विजय रूपाणी ने मांगी हादसे की रिपोर्ट
गुजरात के सीएम मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हादसे पर दुख जाहिर किया. उन्होंने बच्चों के परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान किया और कहा कि एक दिन के भीतर हादसे की जांच रिपोर्ट पेश की जाए. रुपाणी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की है. नड्डा ने एम्स ट्रामा सेंटर के निदेश को हर मदद के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं. दिल्ली एम्स में भी डॉक्टरों की एक टीम को अलर्ट रखा गया है.
HIGHLIGHTS
- अग्निकांड पर शंकर सिंह वाघेला का बयान
- महापौर और नगर निगम आयुक्त दें इस्तीफा
- हादसे में मरने वाले बच्चों की संख्या 23 हुई