देशभर में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने की कोशिश की जा रही है. जगह-जगह लोगों को कपड़ों से बने बैग इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. इस बीच बताया जा हा है कि अब शैंपू, तेल जैसी अन्य चीजों के प्लास्टिक पाउच पर भी जल्द ही प्रतिबंध लगाया जा सकता है. दरअसल एक समिति ने एनजीटी में पेश की गई रिपोर्ट में दावा किया है कि शैंपू और तेल जैसी चीजों के लिए इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के पाउच भी पर्यावरण के लिए खतरा है. ऐसे में इन प्लास्टिक के पाउचों पर भी बैन लगाना चाहिए. इसके अलावा समिति ने अपनी रिपोर्ट में पानी के लिए इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बोतलों पर भी रोक लगाने की सिफारिश की है.
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समिति ने एनजीटी में पेश अपनी रिपोर्ट में सुझाव देते हुए कहा कि प्लास्टिक बोतलों और पाउचों की जगह बायो -प्लास्टिक और पॉली लैक्टिक से बने बायो डिग्रेडेबल प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ में एजीटी ने ये भी कहा कि अभी जो प्लास्टिक इस्तेमाल होती है उसका न सिर्फ कूड़ा साफ करने में दिक्कत होती है, बल्कि उसका निपटारा करने में भी काफी परेशानी होती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समिति ने ये भी कहा है कि देश में प्लास्टिक के अत्याधिक इस्तेमाल पर रोक लगाने और इसके नियमन की जरूरत है. इसके साथ ही समिति का सुझाव है कि पैकेजिंग में जो लोग जरूरत से ज्यादा प्लास्टिक का इस्तेमाल करें उनपर दंड लगाया जाए.
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कब औ क्यों हुआ था इस समिति का गठन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समिति का गठन मई महीने में किया गया था. दरअसल हिम जागृति वेलफेयर सोसायटी ने एनजीटी में एक याचिका दाखिल की थी जिसके बाद एनजीटी ने मई महीने में इस समिति का गठन किया. इस समिति का गठन भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में हुआ था. एनजीटी ने इस समिति से प्लास्टिक के अत्याधिक इस्तेमाल पर सुझाव मांगे थे और नियमन के उपाय बताने के लिए भी कहा था.