Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है. एनसपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ ही शरद पवार के समर्थकों ने मुंबई स्थित उनके आवास के बाहर हंगामा शुरू कर दिया है. समर्थक शरद पवार से अध्यक्ष पद नहीं छोड़ने की मांग कर रहे हैं. इधर शरद पवार के भतीजे और महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने उनके अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर बड़ा बयान दिया है. अजित पवार ने कहा कि शरद पवार अध्यक्ष नहीं रहेंगे तो भी पार्टी काम करती रहेगी. उनके अध्यक्ष पद पर नहीं रहने से पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा. पवार साहब खुद ही चाहते हैं कि पार्टी में नई पीढ़ी नेतृत्व करें. नया नेतृत्व पवार के मार्गदर्शन में काम करेगा.
अजित पवार ने बताया कि पवार साहब ने यह निर्णय अपने स्वास्थ्य को देखते हुए लिया है. सभी से आग्रह करता हूं कि पवार साहब से फैसला बदलने का अनुरोध नहीं करें. उनसे बार-बार फैसला बदलने का आग्रह करना ठीक नहीं होगा. साथ ही उनके स्वास्थ्य के लिए बेहतर नहीं होगा.
"Pawar Saheb himself had said about the necessity of change in guard a few days back. We should see his decision in the light of his age and health also. Everyone has to take a decision according to time, Pawar Saheb has taken a decision and he won't take it back," says NCP… pic.twitter.com/zn4cnhbX0k
— ANI (@ANI) May 2, 2023
पार्टी में भितरघात की उठी थी आवाज
करीब छह दशक से महाराष्ट्र की राजनीति में दखल रखने वाले 82 वर्षीय मराठा क्षत्रप शरद पवार ने ऐसे समय में अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है जब पार्टी में भितरघात होने की खबर आई थी. पिछले कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र में ऐसी सुगबुगाहट थी कि शरद पवार एनसीपी के कुछ विधायकों को लेकर भाजपा का दामन थामने वाले हैं. हालांकि, अजित पवार ने इसका खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि ऐसी खबरें पूरी तरह से अफवाह है. हम NCP में हैं और आगे भी रहेंगे.
HIGHLIGHTS
- 82 साल के मराठा क्षत्रप शरद पवार ने NCP से छोड़ा अध्यक्ष पद
- अजित पवार ने उनके फैसले का किया स्वागत
- अजित ने समर्थकों से फैसले बदलने का आग्रह नहीं करने की मांग की