बिहार में महागठबंधन टूटने से नाराज जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने 21 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद पार्टी के अंदर घमासान तेज हो गया है। कार्रवाई के बाद प्रवक्ता के.सी. त्यागी ने कहा पार्टी में कोई विभाजन नहीं हुआ है और ज्यादातर सांसद और विधायक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता त्यागी ने कहा, शरद यादव चाहें तो अभी भी पार्टी में वापस लौट सकते हैं। लेकिन अगर वो 27 तारीख को आरजेडी की रैली में जाते हैं तो उनके लिए सारे दरवाजे बंद हो जाएंगे। इसके जवाब में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, पार्टी छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता, वो पार्टी में ही बने रहेंगे।
त्यागी ने कहा, सिर्फ बागी सांसद अली अनवर अंसारी वरिष्ठ नेता शरद यादव के साथ हैं। अंसारी को विपक्षी पार्टियों की बैठक में भाग लेने पर जद (यू) संसदीय दल से निलंबित किया गया है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'चूंकि ज्यादातर सांसद और विधायक नीतीश कुमार के साथ हैं, इसलिए विभाजन का सवाल ही नहीं पैदा होता है।'
अंसारी और शरद यादव ने पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार के कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने पर ऐतराज जताया है।
त्यागी ने कहा पार्टी की सिर्फ पांच राज्य समितियों को निर्वाचन आयोग से मान्यता हासिल है और सभी पांचों राज्य इकाइयां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं। इन पांच राज्य समितियों में बिहार, झारखंड, केरल, जम्मू एवं कश्मीर व दादर एवं नागर हवेली शामिल हैं।
HIGHLIGHTS
- जेडीयू में घमासान तेज, शरद ने कहा नहीं छोड़ेंगे पार्टी
- जेडीयू ने पार्टी विरोधी गतिविधि के आरोप में 21 नेताओं को पार्टी से बाहर निकाला
Source : News Nation Bureau