देश विरोधी बयान देने के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम ने बड़ा खुलासा किया है. दरअसल शरजील इमाम ने एसआईटी को बताया है कि शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान एक नेता ने उसकी मदद की थी. इसी के साथ एक बिरयानी वाले ने उसकी आर्थिक मदद की थी. साथ ही इलाके के कुछ लोगों को भी इससे जोड़ा था. जानकारी के मुताबिक पुलिस अब उस नेता और बिरयानीवाले की तलाश में जुटी हुई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने सोमवार को शरजील इमाम के चार करीबियों से पूछताछ की. इसके अलावा उसके कमरे की तलाशी भी ली. तलाशी के दौरान ही पुलिस को पता चला कि शरजील ने 5 हजार पोस्टर छपवाए थे. इसके अलावा उसके मोबाइल और लैपटॉप से भी पुलिस को कई अहम पता चली. पुलिस को जांच में पता चला कि 12 ग्रुप से जुड़ा हुआ था. हालांकि इस बारे में पुलिस की कुछ लोगों से पूछताछ की जानी बाकी है.
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वहीं दूसरी तरफ रिमांड के दौरान क्राइम ब्रांच की पूछताछ में शरजील से जुड़ी कई नई जानकारी सामने आई है. शरजील के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े पाए गए हैं. हालांकि शरजील पुलिस को यह कह कर बरगला रहा है कि उसे नहीं पता था कि वह लोग पीएफआई से जुड़े हैं. क्राइम ब्रांच ने अब इन लोगों को नोटिस भेज जांच में शामिल होने को कहा है.
बता दें, शरजील इमाम की गिरफ्तारी के बाद लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. शरजील के लैपटॉप से पीएफआई से संबंध होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस कई और एंगल से इसकी जांच कर रही है. पुलिस ने करीब दर्जन ऐसे लोगों को नोटिस भेज जांच में शामिल होने के कहा है जो शरजील के संपर्क में थे. बताया जा रहा है कि पुलिस इन सभी से बुधवार को पूछताछ कर सकती है.
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पिछले दिनों खुलासा हुआ था कि भीड़ को भड़काने और हिंसा फैलाने के लिए पीएफआई के देश भर में खुले 73 बैंक खाते में 120 करोड़ रुपये की रकम जमा होने की बात सामने आई है. पुलिस को शक है कि सीएए और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शनों के दौरान हिंसा फैलाने में पीएफआई ने इसी पैसे का इस्तेमाल किया. क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि शरजील के जब्त लैपटॉप, डेस्कटॉप, मोबाइल, किताबों और पैंफ्लेट से चौंका देने वाले सबूत मिले हैं.