साहित्य की दुनिया में कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर (Congress Leader Shashi Tharoor) को बहुत बड़ा सम्मान मिला है. अंग्रेजी भाषा में योगदान के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 के खिताब से नवाजा गया है. शशि थरूर की ओर से ब्रिटिश काल पर लिखी गई एन ऐरा ऑफ डार्कनेस (An Era of Darkness) के लिए ये पुरस्कार मिला है. 2016 में इस किताब का विमोचन हुआ था.
साहित्य अकादमी संस्था की ओर से बुधवार को कुल 23 भाषाओं में योगदान के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई है. इनमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, असमिया, बांग्ला समेत अन्य 23 भाषाएं शामिल हैं. अंग्रेजी भाषा के लिए शशि थरूर को पुरस्कार मिला है. केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 2016 में एन ऐरा ऑफ डार्कनेस किताब लिखी थी.
ये किताब ब्रिटेन में Inglorious Empire: What the British Did to India के नाम से छपी थी, जिसकी शुरुआती छह महीने में ही 50 हजार से अधिक कॉपियां बिक गई थीं. शशि थरूर ने इस किताब में भारत में हुए ब्रिटिश राज के बारे में लिखा है, जिसमें उनपर तंज भी है, इतिहास का हिस्सा भी है. किताब में 1857 की क्रांति, 1919 का जलियांवाला बाग, ईस्ट इंडिया कंपनी का भारत में आना और अंग्रेजों का भारत से चले जाना, पूरे किस्से के बारे में बताया गया है.
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर अभी तक कुल 19 किताबें लिख चुके हैं, जिसका जिक्र उन्होंने अपनी वेबसाइट और ट्विटर अकाउंट पर भी किया है. एन ऐरा ऑफ डार्कनेस के अलावा मैं हिंदू क्यों हूं?, The Paradoxical Prime Minister, Nehru: The Invention of India जैसी किताबें शामिल हैं, जोकि ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो