अकसर विवादों में रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने फिर एक विवादित बयान दे दिया है, जिस पर बवाल मच गया है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तो इस पर और भी विवादित टिपण्णी भी कर दी है. दरअसल चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में शशि थरूर ने कहा, ''अच्छे हिन्दू कभी नहीं चाहेंगे कि राम मंदिर वहां बने, जहां बाबरी मस्जिद था.'' गौरतलब है कि 29 अक्टूबर से सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर पर सुनवाई शुरू करने जा रहा है.
थरूर के इस बयान पर सुब्रमण्यम स्वामी के कहा, ''हम उस आदमी को लेकर कैसे बात कर सकते हैं, जो चार्ज शीटेड है. वो नीच आदमी है.'' स्वामी ने कहा है कि थरूर का यह बयान कांग्रेस को भारी नुक्सान पहुंचाएगा। राम मंदिर और हिंदुत्व के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. सभी संत अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होते देखना चाहते हैं.
उधर वसीम रिजवी ने कहा, ''शशि थरूर का बयान राहुल गांधी के विचार से प्रेरित है. वह भी नहीं चाहते कि वहां मंदिर बने.'' उन्होंने कहा कि इराक से फतवा मंगवाया था, जिसमें कहा गया था कि किसी भी विवादित स्थल पर मस्जिद नहीं बनाया जा सकता है.
शशि थरूर का यह बयान कि 'अच्छे हिंदू अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहते' कांग्रेस को मुश्किल में डाल सकता है. हिंदी भाषी तीन राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने सॉफ्ट हिंदुत्व से आगे जाकर धार्मिक कार्ड खेला है. मध्य प्रदेश में उसने 'राम वन गमन पथ' का निर्माण और प्रत्येक पंचायतों में गोशाला का निर्माण कराने का वादा किया है. दूसरी ओर, शशि थरूर के बयान से राहुल गांधी के सॉफ्ट हिन्दुत्व पर सवाल उठ सकते हैं और विरोधी दलों को उन पर हमला करने का मौका मिल जाएगा।