तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मां काली के खिलाफ दिए गए बयान के समर्थन में ट्वीट करने के बाद भाजपा के निशाने पर आए शशि थरूर ने अपने इस बयान को निजी बताया है. दरअसल महुआ मोइत्रा के समर्थन में उनका ट्वीट आने के बाद भाजपा कांग्रेस पार्टी पर हमलावर हो गई थी. भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने ट्वीट कर शशि थरूर पर हमला बोलने के साथ ही मांग की थी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह बताना चाहिए कि इस पर कांग्रेस के रुख को स्पष्ट करना चाहिए.
यह बोला था मोइत्रा और थरूर ने
ऐसे समय में जब तृणमूल कांग्रेस ने महुआ मोइत्रा के इस बयान की सार्वजनिक रूप से निंदा की कि काली एक "मांस-प्रेमी और शराब-स्वीकार करने वाली" देवी है, लोकसभा सांसद को शशि थरूर का समर्थन मिला, उन्होंने कहा कि महुआ मोइत्रा पर कुछ ऐसा कहने के लिए हमला किया जा रहा है, जिसे हर हिंदू जानता है. थरूर ने कहा कि भक्त देवी को भोग के रूप में जो कुछ चढ़ाते हैं, वह देवी के बारे में उनके बारे में अधिक कहता है.
थरूर के बयान से कांग्रेस ने किया था किनारा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान पर विवाद बढ़ने पर कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर द्वारा की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया था. इस मामले पर सफाई देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि शशि थरूर ने जो कहा है. वह पार्टी का स्टैंड नहीं था. कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट रुख यह है, जैसा गांधी जी ने कहा, था कि धर्म एक व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत आस्था का मामला है, लेकिन हमें यह भी सावधान रहना चाहिए कि हम ऐसा कुछ भी न करें, जिससे दूसरे धर्म के व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुंचे. यह हम सभी का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि कोई भी बयान देते वक्त सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके किसी बयान से किसी दूसरे धर्म की भावनाएं आहत न हो.
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इस मुद्दे पर आक्रमक है भाजपा
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के समर्थन में ट्वीट करने के बाद भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने शशि थरूर पर हमला बोला और इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बयान की मांग की. विवाद पर थरूर की टिप्पणी की आलोचना करते हुए अमित मालवीय ने सवाल किया कि धर्मनिरपेक्षतावादी अपने विचारों को केवल हिंदुओं और उनके देवताओं पर ही क्यों चुनते हैं. इसके आगे उन्होंने लिखा कि ममता बनर्जी की राजनीति, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण में डूबी हुई है. यही कारण है कि उनके सांसद ने मां काली पर अपमानजनक टिप्पणी की है. उन्होंने मांग की है कि टीएमसी को उन्हें निलंबित कर देना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस से प्राथमिकी दर्ज करने की अपील भी की है. वहीं, शरीर के बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने लिखा कि सोनिया गांधी को भी शशि थरूर के बाद इस पर कांग्रेस के रुख को स्पष्ट करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau