भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने शशि थरूर के 'हिंदू तालिबान' वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे पाकिस्तान में ज्यादा राहत महसूस करेंगे क्योंकि वहां उनकी गर्लफ्रेंड रहती हैं।
दरअसल अपने दफ्तर पर कथित रूप से बीजेपी कार्यकर्ताओं के हमले और पाकिस्तान जाने की नारेबाजियों के बाद शशि थरूर ने कहा था कि क्या उनलोगों ने हिंदू धर्म में तालिबान को जगह दे दी है।
थरूर के बयान पर सुब्रमण्यण स्वामी ने कहा, 'तालिबान आपको छोड़ने पर मजबूर कर रही है। हमलोग उन्हें (शशि थरूर) छोड़ने पर मजबूर नहीं कर रहे हैं। हम सिर्फ उनको सुझाव दे रहे हैं क्योंकि उनकी पाकिस्तानी गर्लफ्रेंड है, वह वहां ज्यादा आरामदायक महसूस कर सकते हैं।'
इसके अलावा स्वामी ने शशि थरूर पर हमला करते हुए कहा कि अगर वे हिंदू होने का दावा करते हैं तो वे अपनी पत्नी (सुनंदा पुष्कर) के लिए कभी खड़े नहीं हुए जिनकी मौत रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई थी।
बीजेपी नेता ने कहा कि शशि थरूर इस तरह के बयान देकर पाकिस्तान को लाभ पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'शशि थरूर के बयान के तरीकों के कारण हमलोग कह रहे हैं। भारत के बारे में सासंद इतनी भयानक चीजें कह रहे हैं। पाकिस्तान को ऐसी टिप्पणियों से हर दिन फायदा हो रहा है।'
तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम में मंगलवार को बोलते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा था कि उन्हें पाकिस्तान भेजने वाली बीजेपी कौन होती है।
शशि थरूर ने कहा था, 'वे (बीजेपी) मुझे पाकिस्तान जाने को कह रहे हैं। उन्हें यह निर्णय करने का अधिकार किसने दिया है कि मैं उनके जैसा हिंदू नहीं हूं और मुझे देश में रहने का अधिकार नहीं है? क्या उन्होंने हिंदू धर्म में तालिबान को शुरू कर दिया है।'
कहां से शुरू हुआ विवाद
दरअसल यह पूरा विवाद थरूर के 'हिंदू पाकिस्तान' वाली टिप्पणी के बाद शुरू हुआ है, उन्होंने 11 जुलाई को केरल में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अगर 2019 में बीजेपी दोबारा जीतकर आती है तो यह देश 'हिंदू पाकिस्तान' बन जाएगा।
वहीं सोमवार को शशि थरूर के इस बयान के कारण कथित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके दफ्तर में तोड़फोड़ भी की थी और 'पाकिस्तान जाओ' जैसे नारे दीवार पर लिख दिए थे।
11 जुलाई को केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरुर ने कहा था, 'अगर बीजेपी दोबारा लोकसभा चुनाव जीतती है तो हमारा लोकतांत्रिक संविधान वैसा नहीं रह जाएगा जैसा हम जानते हैं।'
उन्होंने कहा था कि दोबारा बीजेपी के जीतने के बाद उनके पास भारत के संविधान की धज्जियां उड़ाने के लिए सब कुछ होगा और वे एक नया संविधान लिखेंगे।
शशि थरूर ने कहा था, 'वो नया संविधान हिंदू राष्ट्र के संजोए गए सिद्धांतों पर होगा जो अल्पसंख्यकों के लिए समानता को मिटा देगा। जिससे हिंदू पाकिस्तान की स्थापना हो जाएगी।'
इस बयान पर आलोचनाओं के बावजूद शशि थरूर अपने बयान पर कायम हैं। हालांकि बीजेपी थरूर के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है।
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Source : News Nation Bureau