लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने शबाब पर था. अधिकांश चरण के चुनाव संपन्न हो चुके थे. केवल दो चरण के चुनाव बाकी थे, तब अचानक पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की ओर बाउंसर फेंका था और कांग्रेस हक्का-बक्का रह गई थी. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के अंतिम दौर में आक्रामकता दिखाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' तक कह दिया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शीला दीक्षित ने कहा था- यह बहुत बदतमीज़ी है. राजीव गांधी आज इस दुनिया में नहीं हैं. देश के लिए जो राजीव गांधी ने किया वह सब जानते हैं लेकिन इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि कहीं न कहीं पीएम नरेंद्र मोदी घबराए हुए हैं. इसी वजह से वह ऐसे मुद्दे उठा रहे हैं जिनके कोई मायने नहीं हैं.
शीला दीक्षित से पूछा गया था कि आप 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रही हैं तो क्या दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाया जा सकता है? इस पर उन्होंने कहा था, संविधान दिल्ली को विशेष राज्य का दर्जा देता है. इसे आप संसद से ही बदल सकते हैं तभी यह हो सकता है लेकिन यहां लोगों को यह विश्वास दिलाया जा रहा है कि दिल्ली की यह जनता कर सकती है. तो असल में आम आदमी पार्टी लोगों को गुमराह कर रही है. माफ़ करिएगा मैं ऐसा शब्द इस्तेमाल कर रही हूं, असल में वह झूठ बोल रहे हैं. हमने भी पूरी कोशिश की थी लेकिन इसकी वजह से हमने अपना काम नहीं टाला, बल्कि काम करते रहे.
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शीला दीक्षित ने केजरीवाल पर ग़ुस्सा होते हुए कहा था- कभी अपने चीफ़ सेक्रेटरी को थप्पड़ मार देते हैं. कभी धरने पर बैठ जाते हैं. मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि उन्होंने जनता से वादा किया था कि वह बिजली-पानी मुफ़्त देंगे क्या उन्होंने दिया? मोदी सरकार के 5 साल के बारे में शीला दीक्षित ने कहा था- क्या उन्होंने 15-15 लाख रुपये देने का वादा निभाया. मुझे लगता है आम आदमी पार्टी और बीजेपी जैसी पार्टियां यह सब लोगों को गुमराह करने के लिए वादे करते हैं ताकि लोगों के मन में लालच आ जाए. वोट लेकर सरकार बनाकर यह पार्टियां वादे भूल जाती हैं.
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गांधी परिवार के बारे में शीला दीक्षित ने कहा था- आप सब लोग गांधी परिवार की बात करते हैं. मैं आपसे गांधी परिवार की बात कहना चाहती हूं. हां, वो हमारे नेता हैं और हमारे नेता इसलिए भी हैं क्योंकि उन्होंने पिछला चुनाव छोड़कर जो भी चुनाव लीड किया है वो जीते हैं. जब हम उन्हें स्वीकार करते हैं और जनता भी स्वीकार करती है तो इसमें किसी को दिक्कत होनी ही नहीं चाहिए.
Source : News Nation Bureau