दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की कद्दावर नेता शीला दीक्षित रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गईं. राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. बारिश की वजह से शीला दीक्षिता का अंतिम संस्कार सीएनजी शवदाह गृह में की गई. इस मौके पर वहां कांग्रेस और बीजेपी के तमान बड़े नेता मौजूद थे. गृहमंत्री अमित शाह भी शीला दीक्षित को आखिरी विदाई देने पहुंचे. सोनिया गांधी ने कहा कि उन्होंने अपनी बड़ी बहन और एक दोस्त को खो दिया. उनका जाना कांग्रेस के लिए बहुत बड़ी क्षति है.
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इससे पहले रविवार को शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया. जहां पर सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. रविवार की सुबह वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी व सुषमा स्वराज व जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रियंका गांधी ने शीला दीक्षित को अंतिम श्रद्धांजलि दी. इसके बाद शीला दीक्षित के पार्थिव शरीर को निगमबोध घाट पर लाया गया. उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए.
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बता दें कि दिल्ली की तीन बार कमान संभाल चुकी शीला दीक्षित का शनिवार दोपहर दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया. वो काफी लंबे वक्त से बीमार चल रही थीं. तीन बार शीला दीक्षित की बाईपास सर्जरी हुईं थी और शनिवार सुबह उल्टी की शिकायत के बाद उन्हें दिल्ली के एस्कार्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनका पार्थिव शरीर शनिवार शाम से रविवार की सुबह तक दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित उनके आवास पर रखा गया था. दिल्ली सरकार ने उनके सम्मान में दो दिन के शोक की घोषणा की है