2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स (राष्ट्रमंडल खेल) CWG हुआ था. इस खेल के बाद अरविंद केजरीवाल ने तत्कालिक मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (sheila dikshit) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि इस खेल में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ था. इसके बाद केजरीवाल ने शीला दीक्षित के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करवाया था. इसके बाद इसकी जांच भी की गई थी.
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बताया जाता है कि राष्ट्रमंडल खेल के लिए दिल्ली में स्ट्रीट लाइट (street light) की खरीद हुई थी. इस खरीद में घोटाला सामने आया था. केजरीवाल (arvind kejriwal) ने आरोप लगाया था कि बाजार दाम से अधिक मूल्य पर ये लाइटें खरीदी गईं थीं. इसके बाद केजरीवाल ने इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाते रहे. लगातार 3 साल तक अरविंद केजरीवाल इसके लिए लड़ाई लड़ी.
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इस घोटाले ने शीला दीक्षित की छवि को बड़ा नुकसान हुआ. 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हरा दिया. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी. उसके बाद कांग्रेस दिल्ली में बैकफुट पर आ गई. हालांकि अभी तक इस घोटाले पर कोई फैसला नहीं आया. शीला दीक्षित पर महज ये आरोप ही लगा था. दोष साबित नहीं हुआ.
HIGHLIGHTS
- शीला दीक्षित का निधन
- राष्ट्रमंडल खेल के आरोप से छवि को नुकसान
- अरविंद केजरीवाल ने लगाया था आरोप