मोदी सरकार के नोटबंदी के पक्ष में एनडीए के प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले ही शिवसेना ने मोदी सरकार की नोटबंदी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, 'इससे देश में वित्तीय अराजकता का माहौल है।'
वहीं सरकार ने साफ कर दिया है कि वह नोटबंदी के फैसले से बिलकुल भी पीछे नहीं हटने वाली है। नोटबंदी के फैसले को वापस लिए जाने के बारे में सरकार के मना करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना के संजय राउत ने कहा, 'तो ऐसी स्थिति में सरकार का रोल बैक हो सकता है।'
इससे पहले सामना के संपादकीय में कहा गया था कि पाकिस्तान पर हमला करने की बजाए मोदी ने देश के लोगों को घायल कर दिया। जिनके पास काला धन नहीं है वह परेशान हो रहे हैं और जिनके पास काला धन है वह इसे सुरक्षित तरीके से विदेशी बैंकों में जमा कर चुके हैं।
संपादकीय में कहा गया, ‘बैंकों और एटीएम के बाहर लाइन में खड़े आम नागरिकों के पास काला धन नहीं है बल्कि यह कुछ मुट्ठीभर लोगों के पास है जिन्होंने नोटबंदी की घोषणा से पहले इसे विदेशी बैंकों में जमा कर दिया है। उन कुछ लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?’
HIGHLIGHTS
- संसद के शीतकालीन सत्र से पहले शिव सेना ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है
- शिव सेना ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश में वित्तीय अराजकता का माहौल है