शिवसेना ने एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल की मनी लॉन्डरिंग मामले में दो साल बाद जमानत मिलने पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह उनके कर्मों का फल है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे को जेल भेजने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि भाग्य ने उनके कर्मों का फल दिया है।
उन्होंने कहा कि कई बार सत्ता की ताकत का इस्तेमाल अपने राजनीतिक मतभेद और हितों को साधने के लिए किया जाता है।
बता दें कि मार्च 2016 से जेल में बंद 70 वर्षीय भुजबल को उनके बुढ़ापे और बिगड़ने वाले स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने 4 मई को जमानत दी थी।
उद्धव ने कहा कि दो दशक पहले भुजबल ने गृहमंत्री रहते हुए बाल ठाकरे को गिरफ्तार करने की साजिश रची थी।
पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि हिंदुत्व पर दिए गए उनके भाषणों और लेखों के लिए उन पर केस दर्ज किया गया था।
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गौरतलब है कि बाम्बे हाईकोर्ट ने भुजबल को पांच लाख रुपये का निजी मुचलका भरने का निर्देश देते हुए जमानत प्रदान की है।
अदालत ने भुजबल को कुछ शर्तों पर जमानत दी है जिसमें प्रवर्तन निदेशालय के समन पर एजेंसी के समक्ष पेश होने की शर्त भी शामिल है।
भुजबल को उनके पद का दुरुपयोग और राज्य सरकार को वित्तीय हानि पहुंचाने के केस में हुए खुलासे के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
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Source : News Nation Bureau