महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. वैसे तो चुनाव साल के अंत में हैं लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां अभी से शुरू कर दी है. राज्य में चुनाव दो गठबंधन दलों में होगा- एक एनडीए और दूसरा एमवीए. लोकसभा चुनावों में भी दोनों गठबंधन दलों ने ही चुनाव लड़ा था. बता दें, एनडीए में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं तो वहीं एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एससी) और कांग्रेस शामिल है. एमवीए को ही महाविकास अघाड़ी भी कहा जाता है और एनडीए को महायुति गठबंधन.
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इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शनिवार को बताया कि विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन पार्टियों के बीच अभी तक बातचीत शुरू नहीं हुई है. गठबंधन में सभी बराबर के हिस्सेदार हैं. लोकसभा चुनाव एमवीए ने एकजुट होकर लड़ा और भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल करने से रोक दिया. बता दें, गठबंधन ने प्रदेश की 30 सीटों पर जीत दर्ज की थी. उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा चुनावों में कौन कितने सीटों पर लड़ेगा, इसे लेकर अभी तक बातचीत शुरू नहीं हुई है. इसलिए यह सवाल ही नहीं है अभी कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा. विधानसभा में 288 सीटें हैं किसी को दिक्कत नहीं होगी, सभी आराम से चुनाव लड़ सकते हैं.
25 को हो सकती है सीट बंटवारे के लिए बैठक
संजय राउत का यह बयान एनसीपी (एसपी) के एक नेता की टिप्पणी के बाद आया है. एनसीपी नेता ने कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा की कम सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजी हो गई थी पर अब स्थिति अलग होगी. एनसीपी (एससीपी) पुणे के अध्यक्ष प्रशांत सुदामराव जगताप ने कहा था कि 25 जून को एमवीए की बैठक होगी, जिसमें सीट बंटवारे के लिए चर्चा की जाएगी. हमने लोकसभा चुनाव में कम सीटों पर चुनाव लड़ा इसका अर्थ यह नहीं कि हम विधानसभा में भी कम सीटों पर ही लड़ेंगे.
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संजय ने की एनसीपी की तारीफ
संजय राउत ने एनसीपी की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों में एनसीपी का स्ट्राइक रेट सबसे अधिक रहा. क्योंकि, एनसीपी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़कर आठ सीटों पर जीत दर्ज की. बता दें, लोकसभा में शिवसेना 21 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और नौ सीटों पर जीत हासिल की थी. लोकसभा में एनसीपी का स्ट्राइक रेट 80 प्रतिशत, कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 75 प्रतिशत तो शिवसेना का स्ट्राइक रेट मात्र 41 प्रतिशत था.
Source : News Nation Bureau