पूर्व रक्षामंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने विपक्ष पर अविश्वास व नकारात्मकता फैलाने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि क्या कांग्रेस तब सर्जिकल स्ट्राइक पर विश्वास करती, जब सेना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपने साथ इस मिशन पर ले जाती।
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी के हिस्से के तौर पर पर्रिकर ने कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा, 'मैं सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीतिक तरीके से नहीं बोल रहा हूं। विपक्षी पार्टियां क्या दावा करती हैं। उन्होंने स्ट्राइक नहीं किया था। इनकी नकारात्मकता को देखिए। क्या मुझे आपको (विपक्षी) साथ ले जाना चाहिए था। मुझे सेना से कहना चाहिए था कि राहुल गांधी को साथ ले जाएं और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दें।'
पर्रिकर ने कहा, 'सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सबसे बड़ी बात गोपनीयता है। सिर्फ हम चार जानते थे। प्रधानमंत्री, मैं, सेना प्रमुख और सैन्य संचालन महानिदेशक। हम चारों दिल्ली में थे और कोर कमांडर व सेना के कामांडर व जिन्होंने इसे क्रियान्वित किया वे श्रीनगर में थे।'
पूर्व रक्षामंत्री ने कहा, 'हमें इसके लिए शीघ्र तैयारी करनी पड़ी, क्योंकि इन चीजों को मौके पर नहीं किया जा सकता है।'
पूर्व रक्षामंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों तक पहुंचने व सकारात्मक माहौल बनाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी मां का किसी भी घटना के लिए व्यापक तैयारी करने का ज्ञान उन कारकों में से एक था, जिसने उन्हें प्रेरित किया और उनका रक्षा मंत्रालय वास्तविक स्ट्राइक से पहले पूरी तरह से तैयार था।
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Source : IANS