बैंकों में नकदी की कमी को लेकर ट्रेड यूनियन के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि भारतीय स्टेट बैंक को अपनी सभी शाखाएं तब तक के लिए बंद कर देनी चाहिए। जब तक नकदी की समस्या सामान्य नहीं हो जाती।
नकदी की कमी के कारण बैंककर्मियों को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन (एआईबीओसी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डी. थॉमस फ्रैंको राजेंद्र देव ने कहा, 'हमने एसबीआई प्रबंधन को सलाह दी है कि वे अपनी सभी शाखाएं तब तक के लिए बंद कर दें, जब तक की नकदी की आपूर्ति सामान्य नहीं हो जाती। नकदी न होने से बैंककर्मियों को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है, जबकि उनकी कोई गलती नहीं है।'
देव ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि उनके महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथी बता रहे हैं कि इन राज्यों में नोटों की आपूर्ति सुधरी है, लेकिन अन्य राज्यों के साथियों की ऐसी राय नहीं है।
उन्होंने कहा, 'यह हैरान करने वाली बात है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी की राशि का राज्यवार और बैंकवार आंकड़ा जारी नहीं किया है। आखिर ऐसी गोपनीयता क्यों रखी जा रही है?'
देव ने आरोप लगाया है कि आरबीआई गलत बयानी कर रहा है कि नकदी की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में पैसा भेजा जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि नकदी की कमी के कारण तमिलनाडु के लोग पोंगल त्योहार का आनंद नहीं उठा पा रहे हैं।
Source : IANS