कर्नाटक में तुमकुरु स्थित सिद्धगंगा मठ के प्रमुख डॉ शिवकुमार स्वामी का निधन हो गया. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि आज सुबह (21 जनवरी) शिवकुमार स्वामी जी का निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार 22 जनवरी को शाम 4.30 बजे किया जाएगा. कर्नाटक में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गयी है. अपने अनुयायियों के बीच भगवान का दर्जा पाने वाले स्वामी जी के निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई है. मठ में स्वामी जी के भक्त दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं.
Karnataka CM HD Kumaraswamy: Siddaganga Math seer Sri Shivakumara Swamiji passed away at 11.44 am today. The cremation will be done on 22nd January at 4.30 pm. pic.twitter.com/xG9O70vSbE
— ANI (@ANI) January 21, 2019
बता दें कि पिछले महीने चेन्नई के एक निजी अस्पताल में स्वामी जी के पित्ताशय और यकृत की बाईपास सर्जरी की गई थी. बाद में उनको बेंगलुरु लाया गया था. वहां से उन्हें तुमकुरु के सिद्धगंगा मठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद वेंटीलेटर पर रखा गया था.
स्वामी जी के निधन के बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएम एचडी कुमारस्वामी ने डिप्टी सीएम जी परमेश्वर गृहमंत्री एमबी पाटिल और जिला प्रशासन के साथ बैठक बुलाई है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा और बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने अपने निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द करके सिद्धगंगा मठ पहुंचे हैं. वीआईपी के आने के लिए मठ के आसपास हेलीपैड बनाए गये हैं. ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है.
#Karnataka: Karnataka CM HD Kumaraswamy visits Siddaganga Mutt. BS Yeddyurappa, MB Patil, KJ George and Sadananda Gowda also present. pic.twitter.com/OqoSG9aiqM
— ANI (@ANI) January 21, 2019
कौन थे महंत डॉ. शिवकुमार स्वामी
महंत डॉ. शिवकुमार स्वामी लिंगायत समुदाय से आते हैं. उनकी उम्र 111 साल है और कर्नाटक में उनके अनुयायी उन्हें भगवान का दर्जा देते हैं, उन्हें वॉकिंग गोड यानी चलता फिरता भगवान कहते हैं. लिंगायत समुदाय का ये मठ 300 साल पुराना है. डॉ शिवकुमार स्वामी का मठ राज्य में करीब 126 शिक्षण संस्थानों का संचालन करता है. इनमें इंजीनियरिंग मेडिकल और बिजनेस एड्यूकेशन के संस्थान भी शामिल हैं. कर्नाटक में सबसे अधिक दबदबे वाले लिंगायत समुदाय की संख्या 18 फीसदी है. इसलिए सिद्धगंगा मठ का दबदबा यहां की राजनीति में बहुत ज्यादा है. इस समुदाय का मुख्य मठ सिद्धगंगा बेंगलूरू से लगभग 80 किलोमीटर दूर तुमकुरु में है. इस मठ को बीजेपी समर्थक माना जाता है. राज्य भर में 400 से ज्यादा सिद्धगंगा मठ है.
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कर्नाटक विधानसभा चुनाव के वक्त भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने संत शिवकुमार स्वामी से मुलाकात की थी. अमित शाह ने उस वक्त कहा था कि स्वामी जी को देखकर ऐसा लगा कि उन्होंने साक्षात भगवान को देखा है.
सितंबर 2014 में नरेंद्र मोदी भी सिद्धगंगा मठ पहुंचे थे और उन्होंने संत शिवकुमार स्वामी का आर्शीवाद लिया था. इतना ही नहीं कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने भी शिवकुमार स्वामी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया था.
Source : News Nation Bureau