काफी बढ़ गया है। राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 10 नवंबर को टीपू सुल्तान की जयंती मनाने के लिए कार्यक्रम करना चाहते हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इसका विरोध कर रही है।
बीजेपी टीपू को 'अत्याचारी' शासक बताते हुए इस कार्यक्रम का विरोध कर रही है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस यह काम अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए कर रही है।
बीजेपी नेता और केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने खत लिखकर इसका विरोध किया है। यह खत उन्होंने सिद्धारमैया के सचिव को लिखा है। खत में उन्होंने कहा है कि टीपू सुल्तान से संबंधित किसी कार्यक्रम में उनको ना बुलाया जाए।
हेगड़े इससे पहले 2016 में भी मैसूर के राजा रहे टीपू सुल्तान का जन्मदिवस मनाने का विरोध कर चुके हैं। पत्र में इस बात का जिक्र है कि टीप 'अत्याचारी' शासक था और उसने हिंदुओं का कत्ल किया था।
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वहीं कांग्रेस का दावा है कि टीपू सुल्तान स्वतंत्रता सैनानी थे और यह काम अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए नहीं किया जा रहा है।
मामले पर राजनीतिक विवाद बढ़ता देख सिद्धारमैया ने कहा है कि कार्यक्रम का न्योता राज्य और केंद्र सरकार के सभी नेताओं को भेजा जाएगा। स्वीकार करना या नकारना उनकी मर्जी होगी।
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Source : News Nation Bureau