बीएसएफ (BSF) को केंद्र की ओर से सीमावर्ती राज्यों में 50 किमी तक तलाशी का अधिकार दिए जाने के मामले में नवजोत कौर सिद्धू ने कहा है कि यह फैसला नशे को रोकने के लिए बेहतर निर्णय है. सिद्धू ने यह भी कहा कि यह फैसला राज्य और केंद्र सरकार के सम्मिलित डिस्क्शन के बाद होना चाहिए. बता दें कि कुछ दिनों पहले केंद्र सरकार के इस फैसले का नवजोत सिंह सिद्धू ने विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि यह फैसला वापस लिया जाना चाहिए. उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे.
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बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती राज्यों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र का दायरा तीन राज्यों (पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम) में बढ़ा दिया था. पहले यह दायरा 15 किलोमीटर था, जिसे बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया था. इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे और कहा था कि यह फैसला वापस लिया जाना चाहिए.
वहीं, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र के फैसले का समर्थन किया था. अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करके कहा था कि हमारे सैनिक कश्मीर में मारे जा रहे हैं. हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा पंजाब में अधिक से अधिक हथियार और ड्रग्स पहुंचाए जा रहे हैं. बीएसएफ की बढ़ी मौजूदगी और ताकत ही हमें मजबूत बनाएगी. हमें केंद्रीय सुरक्षा बलों को राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए.
अब नवजोत सिंह सिद्धू ने इसका विरोध किया था लेकिन नवजोत कौर सिद्धू ने कहा है कि पंजाब में नशे पर रोक लगाने के लिए यह फैसला ठीक है लेकिन यह फैसला राज्य और केंद्र सरकार का सम्मिलित फैसला होना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- बीएसएफ के 15 किलोमीटर का दायरा 50 किलोमीटर किया गया है
- पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम के बारे में किया गया है ये फैसला
- सिद्धू ने किया था विरोध लेकिन कैप्टन अमरिंदर ने किया था समर्थन