सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला ने शनिवार को पीएम मोदी के वैक्सीन उत्पादन की समीक्षा और स्थिति की समीक्षा करने के लिए धन्यावाद दिया है. उन्होंने पीएम मोदी के आगमन पर ट्वीट करते हुए कहा कि, हमारे लिए ये एक बहुत बड़े सम्मान की बात है कि जो आपने यहां आकर वैक्सीन उत्पादन और आने वाली चुनौतियों की स्थितियों की समीक्षा की.
Sri @narendramodi Ji, it was a great honour for you to have spared the time, to visit us here at @SerumInstIndia to discuss in detail, the complex challenges yet to come and review the vaccine production status. @PMOIndia pic.twitter.com/p3IEqnN1x4
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) November 28, 2020
आपको बता दें कि इसके पहले अदार पूनावाला ने सोमवार को दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका की टीके की प्रभावशीलता की घोषणा पर खुशी जाहिर की थी. एस्ट्राजेनेका ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में बताया था कि कोविड-19 के उसके संभावित टीके को औसतन 70 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है. कंपनी ने कहा है कि यदि एक आधी खुराक देने के कम से कम एक महीने बाद एक पूरी खुराक दी जाती है, तो यह 90 प्रतिशत प्रभावी है.
आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए पांच वैक्सीन पर काम चल रहा है. इनमें से पुणे-बेस्ड सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोवीशील्ड बना रहा है. कोवीशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने मिलकर बनाया है. यह वैक्सीन इस समय भारत में आखिरी स्टेज के ट्रायल में है. पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला से मिलकर इस वैक्सीन के परीक्षण और आने वाली चुनौतियों के बारे में चर्चा की है.
सोमवार को मीडिया से बाचतीच में अदार पूनावाला ने बताया था कि, एक महीने के कम से कम अंतराल पर दो पूरी खुराक दे कर किए गए परीक्षणों में यह टीका 62 प्रतिशत प्रभावी है. दोनों तरीकों को मिलाकर देखें तो टीका औसत 70 प्रतिशत प्रभावी है. पूनावाला ने एक ट्वीट में कहा, ‘मुझे यह सुनकर खुशी है कि कोविड-19 का कम लागत वाला, लाने-ले जाने में सुलभ और शीघ्र ही बड़े स्तर पर उपलब्ध होने लायक टीका कोविशील्ड खुराक के एक तरीके में 90 प्रतिशत तक और दूसरे तरीके में 62 प्रतिशत प्रभावी है.’ एसआईआई भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका के इस कोविड टीके का भारत में नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) कर रहा है.
Source : News Nation Bureau