सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने शनिवार को 'एक परिवार, एक नौकरी' योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के तहत राज्य के उस प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी, जिस परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है. उन्होंने खेती और कृषि क्षेत्र में लगे सभी लोगों की कर्जमाफी की भी घोषणा की. स्वतंत्र भारत में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री का कीर्तिमान बना चुके चामलिंग ने यहां पलजोर स्टेडियम में आयोजित रोजगर मेला 2019 के दौरान इस योजना का शुभारंभ किया और इसके साथ ही उन्होंने राज्य के 32 विधानसभा क्षेत्रों से दो-दो लोगों को खुद अपने हाथों से अस्थायी नियुक्ति पत्र सौंपा.
चामलिंग की सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट सरकार ने इससे पहले इस योजना के तहत 20,000 युवाओं को तुरंत अस्थायी नौकरी देने की घोषणा की थी. कार्यक्रम के औपचारिक शुभांरभ के समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने जिम्मा संभाला और नियुक्ति पत्र वितरित किए. शनिवार को 11,772 लोगों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए.
चामलिंग ने कहा कि बाकियों को जल्द ही दस्तावेज मिल जाएंगे. 'पवन चामलिंग जिंदाबाद' के नारों के बीच मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि फिलहाल की जा रही अस्थायी नियुक्तियों को अगले पांच वर्षों में नियमित किया जाएगा और सभी लाभार्थी स्थायी कर्मचारी बन जाएंगे.
वर्तमान में 12 सरकारी विभागों के ग्रुप सी और ग्रुप डी में नई भर्तियां की जा रही हैं. उन्होंने कहा, "हम चौकीदार (गार्ड), माली, अस्पतालों में वार्ड अटेंडेंट, अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं, ग्राम पुलिस गार्ड और सहायक ग्राम पुस्तकालयाध्यक्ष सहित 26 विभिन्न पदों के लिए नियुक्तियां दे रहे हैं."
उन्होंने कहा कि नई भर्तियों को परिलब्धि भुगतान के लिए चालू वित्त वर्ष में 89 दिनों का बजट आवंटित किया गया है और अगले वित्त वर्ष में नए प्रावधान किए जाएंगे. 68 वर्षीय नेता ने कहा, "यह हमारे लिए बहुत गर्व और हमारे राज्य के युवाओं के लिए खुशी का एक अवसर है."
और पढ़ें- आर्थिक आधार पर 10% आरक्षण बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी, एक हफ्ते में कानून को अंतिम रूप देगी सरकार
राज्य की विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए चामलिंग ने उन्हें विभाजनकारी करार दिया और कहा कि उनकी पार्टी अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के साथ उनसे लड़ेगी.
Source : IANS