सिक्किम के डाकोला में भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने चर्चा के लिए शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में अमरनाथ यात्रियों की हुई हत्या और कश्मीर के मसले पर भी चर्चा हो सकती है। हालांकि विपक्ष ने कहा है कि वह सिर्फ भारत-चीन पर ही चर्चा करेगा।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृह मंत्री राजनाथ सिंह विपक्षी पार्टियों को हालात से अवगत कराएंगे। बैठक राजनाथ के आवास पर होगी। बैठक का मकसद 17 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र से पहले दोनों मुद्दों पर विपक्षी पार्टियों को विश्वास में लेना है।
सूत्रों का कहना है कि सरकार बैठक के दौरान जम्मू एवं कश्मीर के हालात पर भी विचार-विमर्श करना चाहती है, जिसके हालात पिछले साल आतंकवादी कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद बद्तर हो चले हैं।
विपक्षी पार्टियां हालांकि कश्मीर के बिगड़ते हालात पर संसद के बाहर चर्चा नहीं चाहती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, 'हां, हम बैठक में शिरकत करेंगे। बैठक केवल भारत-चीन-भूटान सीमाओं पर हुए घटनाक्रम को लेकर होगी। डाकोला गंभीर चिंता का मुद्दा है। उम्मीद है कि सरकार हमें अवगत कराएगी कि उसका क्या आकलन है और इसके समाधान के लिए उसके पास क्या प्रस्ताव है।'
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यह पूछे जाने पर कि बैठक में जम्मू एवं कश्मीर मुद्दे पर भी चर्चा होगी, शर्मा ने कहा, 'मैं इसपर चर्चा नहीं करने जा रहा हूं, क्योंकि यह बैठक एक खास मकसद को लेकर है। मुद्दे उठाने के लिए हमारे पास मंच के रूप में संसद है। जैसे ही सत्र शुरू होगा, इस मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा।'
आपको बता दें की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी चीन को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं। राहुल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था की वह चीन के मसले पर चुप क्यों हैं?
जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता के.सी.त्यागी ने भी पुष्टि की है कि उनकी पार्टी बैठक में शामिल होगी, लेकिन बैठक के एजेंडे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
सिक्किम सेक्टर के डाकोला में भारत तथा चीन के बीच गतिरोध को एक महीना बीत चुका है, जिसका अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच सिक्किम में जून से विवाद है। यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब चीन ने उस क्षेत्र में सड़क निर्माण का प्रयास किया, जिसे भूटान अपना होने का दावा करता है।
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भारत का कहना है कि जो भी मसले दोनों देशों के बीच उभरे हैं उसका कूटनीतिक तरीके से हल निकाला जाएगा। वहीं चीन का कहना है कि भारतीय सेना पहले डाकोला से पीछे हटे। इस मसले पर चीनी अखबार और थिंक टैंक युद्ध तक की भी धमकी दे चुका है।
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(इनपुट IANS से भी)
HIGHLIGHTS
- भारत-चीन सीमा विवाद के बीच केंद्र ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
- सरकार कश्मीर पर भी बैठक में चाहती है चर्चा, विपक्ष का इनकार
- बैठक का मकसद 17 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र से पहले विपक्षी पार्टियों को विश्वास में लेना है
Source : News Nation Bureau