सिक्किम के डोकालम में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच तनातनी को लेकर भूटान भी काफी गुस्से में है। भूटान की सरकार के साथ ही वहां की आम जनता भी चीनी सेना के अतिक्रमण की कोशिश को उसकी नापाक मंशा बता रही हैं।
चीन की इस हरकत पर एक तरफ जहां भूटान के युवा और छात्र चीन की तीखी आलोचना कर रहे हैं वहीं अपने देश के लिए भारत के स्टैंड लेने पर जी खोलकर भारत सरकार की तारीफ भी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि चीनी सेना जिस सीमाई क्षेत्र में सड़क निर्माण कर रही थी भारतीय सेना ने उसका विरोध किया जिसके बाद दोनों तरफ के जवानों के बीच धक्का मुक्की शुरू हो गई। दरअसल भारत भूटान का रक्षा सहयोगी है इसलिए भारतीय सेना भूटान के हितों की रक्षा के लिए निर्माण का विरोध कर रही थी। पढ़िए सिक्किम के वर्तमान हालात पर भूटान के युवा और छात्रों की राय क्या है।
चुन्दू सिंगिये - चीन की आलोचना करते हुए कहा कि बीजिंग अपने फैसले से युद्ध जैसी स्थिति बना रहा है फिर भी भूटान अपने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा।
चिनाई डेमा - भारत हमारी मदद कर रहा है इसलिए हमें उसपर गर्व है। सिक्किम में सीमा विवाद बहुत बड़ा मुद्दा है और इसपर हमें सावधान रहने की जरूरत है।
नमगे दोरजी - भारत और भूटान के बीच साल 1961 से ही बेहद मधुर संबंध रहें है। भारत ने हर मुद्दे पर हमारी सरकार को मदद और समर्थन दिया है।
चोकी वांगमो - भारत और भूटान के बीच काफी मजबूत संबंध है। भूटान एक छोटा देश है। चीन जो कर रहा है वो सही तरीका नहीं है।
भूटानी नागरिक - अगर चीन जो चाहता है उसे हम दे देंगे तो वो एक दिन पूरी दुनिया पर अपना कब्जा जमाने लगेगा।
भारतीय जिस क्षेत्र को डोकाला नाम से पुकारते हैं उसे भूटाने के लोग डोकालम कहते हैं। इस हिस्से को चीन अपने डोंगलंग क्षेत्र का हिस्सा मानता है।
HIGHLIGHTS
- सिक्किम में सीमा विवाद के बाद चीन पर भड़के भूटान के लोग
- भूटान के लोगों ने कहा भारत पर हमें गर्व है
Source : News Nation Bureau